मुजफ्फरनगर : एसटीएफ से मुठभेड़ में 1 लाख का इनामी बदमाश ढेर

मुजफ्फरनगर : एसटीएफ से मुठभेड़ में 1 लाख का इनामी बदमाश ढेर

संजीव जीवा गैंग का शार्प शूटर था शाहरुख पठान

मुजफ्फरनगर (जनवार्ता)। सावन के पहले सोमवार को उत्तर प्रदेश एसटीएफ को एक बड़ी सफलता हाथ लगी। मुजफ्फरनगर जनपद के थाना छपार क्षेत्र अंतर्गत रोहाना मार्ग पर एसटीएफ फील्ड यूनिट मेरठ और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक लाख रुपये का इनामी दुर्दांत अपराधी मोहम्मद शाहरुख पठान मारा गया। शाहरुख, संजीव जीवा और मुख्तार अंसारी जैसे कुख्यात अपराधियों से जुड़ा हुआ था और उस पर कई जिलों में दर्जनों संगीन आपराधिक मामले दर्ज थे।

शाहरुख पठान, निवासी खलापार (मुजफ्फरनगर), पर हत्या, रंगदारी, गैंगस्टर एक्ट और आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर धाराओं के अंतर्गत मुकदमे दर्ज थे। वर्ष 2015 में मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर पुलिस कस्टडी में उसने आसिफ जायदा की हत्या कर दी थी। जेल में रहने के दौरान वह संजीव जीवा और मुख्तार अंसारी के संपर्क में आया और बाद में जीवा गैंग के लिए सक्रिय रूप से काम करने लगा। वर्ष 2016 में वह सिविल लाइन थाना क्षेत्र से फरार हो गया था। फरारी के दौरान उसने 2017 में हरिद्वार में कंबल व्यापारी गोल्डी की हत्या की थी। इसके बाद उसने आसिफ जायदा हत्याकांड के गवाह उसके पिता की भी मुजफ्फरनगर में हत्या कर दी, जिसके बाद उस पर ₹50,000 का इनाम घोषित हुआ। बाद में वह गिरफ्तार होकर जेल गया और गोल्डी मर्डर केस में संजीव जीवा के साथ उसे उम्रकैद की सजा हुई।

करीब छह माह पूर्व वह जमानत पर बाहर आया और एक बार फिर सक्रिय होकर गवाहों को धमकाने और जान से मारने की कोशिश में लग गया। संभल जनपद में उसके खिलाफ हत्या के प्रयास और धमकी देने का मुकदमा पंजीकृत हुआ था, जिसके बाद से वह वांछित चल रहा था।

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सोमवार की सुबह एसटीएफ को सूचना मिली कि शाहरुख रोहाना मार्ग से गुजरने वाला है। घेराबंदी के दौरान हुई मुठभेड़ में वह गोली लगने से घायल हुआ। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौके से एसटीएफ ने तीन पिस्टल, एक बिना नंबर की सफेद ब्रेजा कार और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए हैं।

शाहरुख के खिलाफ हत्या, हत्या की साजिश, गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट, गुंडा एक्ट समेत कुल 11 से अधिक संगीन मुकदमे दर्ज थे। यूपी पुलिस और एसटीएफ के लिए यह एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है, खासकर ऐसे वक्त में जब राज्य सरकार ने अपराधियों के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति अपना रखी है।

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