पुलिस और डायोसिस आफ वाराणसी की सूझ बूझ से मामला शांत हुआ
वाराणसी (जनवार्ता)। नदेसर स्थित सेंट मैरी चर्च के समक्ष एक हिंदू संगठन द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ने तथा नारेबाजी करने से तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। बाद में प्रशासन तथा मिशनरी से जुड़े लोगों ने समझ बूझ का परिचय देते हुए मामले को शांत कराया।

हिंदू युवा शक्ति संघ के संगठन राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्भय सिंह के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ताओं ने छावनी स्थित चर्च के मुख्यद्वार पर मंगलवार को हनुमान चालीसा पढ़ने लगे। सूचना मिलते ही कैन्ट एसीपी और थाना प्रभारी मौके पर पहुँच गए। जहाँ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। कुछ दिन पहले कैन्ट थाने पर संगठन के कार्यकर्ताओं ने चर्च में उल्लेखित एक वाक्य को लेकर आपत्ति जताई थी साथ ही मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। मौके पर तनावपूर्ण स्थिति होने पर एसीपी कैन्ट ने संगठन के प्रतिनिधि और फादर को आमने सामने बैठाकर मामले को शान्त किया। जहाँ चर्च की ओर से सारे तथ्यों को दिखाया और बताया गया। उसके बाद मामला शान्त हुआ।

इस संबंध में डायोसिस आफ वाराणसी के जनसंपर्क अधिकारी फादर थॉमस ने जनवार्ता से बातचीत में कहा कि यह वाक्य हमारे ईसाइयों के पवित्र धर्म ग्रंथ बाइबिल से लिया गया है। उसमें जिस मंदिर का उल्लेख है, वह प्रभु ईसा ने येरुशलम स्थित मंदिर के लिए कहा था, क्योंकि वहां कुछ गलत कृत्य होते थे। जिसको बंद कराते हुए उन्होंने कहा था कि या प्रभु का निवास है, वही मनुष्य के हृदय में भी बसता है। उनके निवास को पवित्र रखना चाहिए। उसी प्रकार अपने हृदय मंदिर में प्रभु की उपस्थिति होने के कारण जीवन में पवित्र कार्य से सहित सेवा करनी चाहिए।इस वाक्य से किसी भी दूसरे धर्म के मंदिर के लिए कहा ही नहीं गया है। फादर ने कहा कि दक्षिण भारत में गिरजाघरों को देवालय व मंदिर ही कहा जाता है। हमारा धर्म सर्वधर्म समभाव में विश्वास रखता है। लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस प्रकरण को यहीं समाप्त कर देना चाहिए और नगर में शांति व्यवस्था बनाए रखना ही हमारा परम कर्तव्य है।