काशी विश्वनाथ धाम में काशीवासियों से दुर्व्यवहार का आरोप
मंत्री अनिल राजभर ने सीएम योगी को लिखा पत्र
वाराणसी (जनवार्ता)। श्री काशी विश्वनाथ धाम में तैनात उपजिलाधिकारी शम्भू भूषण पर काशीवासियों के साथ दुर्व्यवहार और भेदभावपूर्ण रवैये का आरोप लगने के बाद मामला गरमा गया है। श्रम एवं सेवायोजन समन्वय मंत्री अनिल राजभर ने इस मुद्दे को गंभीर मानते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
ग्राम अखरी निवासी मनोज कुमार राजभर ने इस संबंध में मंत्री अनिल राजभर से मुलाकात कर शिकायत की थी। आरोप लगाया गया कि धाम में बाहरी आगंतुकों को प्रोटोकॉल के नाम पर विशेष सुविधाएं दी जाती हैं, जबकि काशीवासी लंबी कतारों में लगने के बावजूद दुर्व्यवहार का शिकार होते हैं। इतना ही नहीं, स्थानीय लोगों को जारी किए गए नियमित कार्ड के नवीनीकरण की प्रक्रिया भी रोक दी गई है, जिससे उनमें गहरा आक्रोश है।
शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि मंदिर परिसर में तैनात बाउंसरों और पीआरओ द्वारा काशीवासियों के साथ अभद्रता की जाती है। स्थानीयों का आरोप है कि जब इसकी शिकायत उपजिलाधिकारी शम्भू भूषण से की गई तो उन्होंने कार्रवाई करने के बजाय उन्हें डांटकर भगा दिया।
मंत्री अनिल राजभर ने मुख्यमंत्री को पत्र में लिखा है कि यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न दोहराई जाएँ।
इस पूरे प्रकरण ने स्थानीय समुदाय में गहरी नाराज़गी पैदा कर दी है। काशीवासियों का कहना है कि श्री काशी विश्वनाथ धाम केवल बाहरी आगंतुकों का नहीं, बल्कि उनकी आस्था और पहचान का केंद्र है, ऐसे में उनके साथ भेदभाव अस्वीकार्य है।
फिलहाल, इस मामले पर प्रशासन या उपजिलाधिकारी शम्भू भूषण की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन वाराणसी में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है और सबकी निगाहें अब मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर टिकी हुई हैं।