अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार कर जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त कार्यालय पर किया धरना प्रदर्शन
लेखपाल के निलंबन और अधिवक्ता पर दर्ज फर्जी मुकदमा वापस लेने की मांग
वाराणसी (जनवार्ता): तहसील सदर में अधिवक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार और फर्जी मुकदमा दर्ज किए जाने के विरोध में दी सेंट्रल बार एसोसिएशन ‘बनारस’ और दी बनारस बार एसोसिएशन ने संयुक्त रूप से आमसभा का आयोजन किया। बैठक की अध्यक्षता मंगलेश कुमार दुबे, एडवोकेट ने की, जबकि संचालन महामंत्री शशांक कुमार श्रीवास्तव ने किया। सभा में बनारस बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश तिवारी और सेंट्रल बार एसोसिएशन के महामंत्री राजेश कुमार गुप्ता सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित रहे।
अधिवक्ताओं ने तहसील सदर में व्याप्त भ्रष्टाचार और अधिवक्ता राजनाथ यादव पर हुए हमले की कड़ी निंदा की। सभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किए गए, जिसमें घटना में शामिल लेखपाल कुंदन सिंह और उसके साथियों की भ्रष्टाचारपूर्ण संपत्तियों की जांच, दोषी लेखपालों की तत्काल बर्खास्तगी, दर्ज मुकदमों में उनकी गिरफ्तारी, थानाध्यक्ष शिवपुर की संदिग्ध भूमिका की जांच और निलंबन, जिलाधिकारी वाराणसी द्वारा भ्रष्टाचार रोकने में ठोस कदम न उठाने पर रोष व्यक्त करना, तथा अधिवक्ताओं पर दर्ज फर्जी मुकदमे को वापस लेने और स्पंज करने का आदेश शामिल है।
अधिवक्ताओं ने सोमवार को डीएम पोर्टिको और पुलिस आयुक्त कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा।
अधिवक्ताओं का कहना है कि तहसील सदर में भ्रष्टाचार और अधिवक्ताओं के खिलाफ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वे निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग करते हैं।