शनिवार को न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे अधिवक्ता
बनारस बार एसोसिएशन की बैठक में लिया गया फैसला

वाराणसी (जनवार्ता): सेंट्रल और बनारस बार एसोसिएशन ने पुलिस की प्रतिशोधात्मक कार्रवाई के विरोध में शनिवार को पूरे दिन न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया है। यह फैसला वकील धीरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव के प्रस्ताव पर बनारस बार एसोसिएशन के सभागार में आयोजित एक बैठक में लिया गया।
बैठक में वकीलों ने पुलिस द्वारा उनके सहयोगियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया। वकीलों का कहना है कि हाल ही में एक इंस्पेक्टर और दरोगा द्वारा उनके साथियों के साथ मारपीट की घटनाओं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, बल्कि वकीलों को ही चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। शुक्रवार को पुलिस आयुक्त कार्यालय में एक महिला मुवक्किल के साथ गए वकीलों के साथ पुलिसकर्मियों के दुर्व्यवहार की घटना ने भी इस आक्रोश को और बढ़ाया।
बनारस बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश तिवारी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में वकीलों ने एकजुट होकर अपनी आवाज उठाने का संकल्प लिया। संचालन महामंत्री शशांक श्रीवास्तव ने किया, जबकि सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मंगलेश कुमार दूबे भी उपस्थित रहे।
वकीलों ने कहा कि पुलिस प्रशासन का यह रवैया न केवल उनके पेशेवर जीवन को प्रभावित कर रहा है, बल्कि न्यायिक प्रक्रिया में भी बाधा डाल रहा है। उन्होंने मांग की कि पुलिस वकीलों के प्रति सम्मान और न्यायपूर्ण व्यवहार करे, ताकि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन स्वतंत्र रूप से कर सकें।
शनिवार को न्यायिक कार्य से विराम का यह निर्णय वकीलों की एकजुटता और उनके अधिकारों की रक्षा की भावना को दर्शाता है। यह कदम न केवल पुलिस प्रशासन के लिए, बल्कि समूची न्यायपालिका के लिए भी एक महत्वपूर्ण संदेश है।

