अजय राय ने जलभराव को लेकर सरकार पर साधा निशाना
वाराणसी (जनवार्ता)। शुक्रवार रात से शनिवार सुबह तक हुई मूसलाधार बारिश ने शहर की सड़कों को जलमग्न कर दिया, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया और जाम की स्थिति बन गई। सप्ताहांत होने के कारण सामनेघाट-बीएचयू रोड और बीएचयू से नरिया रोड पर मरीजों के वाहनों की भीड़ से जाम और गंभीर हो गया। नगवां चौकी प्रभारी शिवाकर मिश्र और उनकी पुलिस टीम ने जलभराव और कीचड़ भरे रास्तों में फंसी गाड़ियों को निकालने और यातायात नियंत्रित करने में कड़ी मेहनत की। यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने जलभराव को लेकर सरकार और प्रशासन पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने करोड़ों की जल निकासी परियोजना की नाकामी पर तंज कसा और सरकार को फोटो-ऑप तक सीमित बताया।
वाराणसी में करोड़ों रुपये की लागत से बनी जल निकासी परियोजनाएं बार-बार सवालों के घेरे में हैं। प्रशासन और नगर निगम के नालियों की सफाई और जल निकासी व्यवस्था के दावों की पहली ही बारिश ने पोल खोल दी। प्रभारी मंत्री और मेयर के निर्देशों के बावजूद नालियों की सफाई में लापरवाही साफ दिखी। न्यू लक्ष्मनपुरी, मारुति नगर, और डाफी अशोक पुरम जैसे इलाकों में घुटने तक पानी जमा होने से आवागमन ठप हो गया। वरुणापार क्षेत्र की न्यू लक्ष्मनपुरी कॉलोनी में घरों में पानी घुसने और सीवर चोक होने से स्थिति बदतर हो गई। स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर शिकायतों के बावजूद कार्रवाई न करने का आरोप लगाया।
शहर के कई हिस्सों में सीवर ओवरफ्लो और दूषित पेयजल की शिकायतें भी सामने आईं। जलकल विभाग के सात अभियंताओं को लापरवाही के लिए निलंबन की चेतावनी दी गई, लेकिन सुधार नहीं हुआ। स्थानीय लोग और विपक्षी नेता नियमित नाला सफाई और वैज्ञानिक जल निकासी व्यवस्था की मांग कर रहे हैं। बारिश के बाद जलभराव और जाम ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं, और जनता अब ठोस कदम और प्रभावी समाधान की उम्मीद कर रही है।