अमेरिकी टैरिफ का भारत की अर्थव्यवस्था पर नहीं होगा कोई असर : डॉक्टर अशोक कुमार सिंह
मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में चीन और भारत के रिश्तों में सुधार से पूरे विश्व पटल पर पड़ेगा असर
वाराणसी (जनवार्ता)। चिकित्सा और शिक्षा क्षेत्र की जानी-मानी हस्ती तथा प्रमुख राजनीतिक और आर्थिक विश्लेषक डॉक्टर अशोक कुमार सिंह का मानना है कि अमेरिका ने भारत पर जो 50% टैरिफ लगाया है उससे हमारे देश की अर्थव्यवस्था पर कोई असर होने वाला नहीं है । उन्होंने कहा कि जब बिल क्लिंटन अमेरिकी राष्ट्रपति थे उस समय भारत और अमेरिका के रिश्तों में सुधार हुआ था लेकिन मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाकर दोनों देशों के बीच रिश्तों में दरार डाल दी है । इसका यह असर हुआ है कि उनके ही प्रमुख राजनीतिक सलाहकार विरोध में सामने आ गए हैं और भारत से रिश्ते सुधारने का सुझाव दे रहे हैं । अभी हाल ही में निक्की हैली ने भी ट्रंप को सुझाव दिया है कि वह भारत से रिश्ते खराब ना करें । उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी आपदा को अवसर में बदलना जानते हैं इसलिए मुझे उम्मीद है कि वह वर्तमान परिस्थितियों से निपटने में सक्षम है । एक अन्य प्रश्न के जवाब में उनका कहना था कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तो में दरार बढ़ गई है ।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख मुनीर को बुलाकर दावत दी जिससे अमेरिका से भी भारत के रिश्ते खराब हुए हैं । अब पाकिस्तान बैक फुट पर है और वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर सहित अन्य मसलों पर भी भारत के साथ द्विपक्षीय वार्ता को तैयार है । इस समय अमेरिका को छोड़कर सारे देश भारत के पक्ष में है । ऐसी स्थिति में भारत पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है । उन्होंने कहा कि चीन और भारत के बीच रिश्तों में सुधार की संभावना है । डॉक्टर सिंह का कहना है कि बाढ़ की स्थिति में सांप और नेवला दोनों एक ही पेड़ पर चढ़ जाते हैं । ऐसी स्थिति में अगर चीन ने जिस भारतीय भूभाग पर कब्जा किया है उस मुद्दे को छोड़ दिया जाए तो भारत और चीन के रिश्तों में सुधार हो सकता है । वोट चोरी को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच चल रहे वाक युद्ध पर उनका कहना था कि जो लोग दूसरे देशों से घुसपैठ कर आने वाले बांग्लादेशी और रोहिंग्या शरणार्थियों के वोट का इस्तेमाल करते थे अब उनका नाम मतदाता सूची से कटने और मर चुके लोगों का नाम सूची से हटने के बाद बौखला गए हैं और इसी को लेकर वह अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं । राहुल गांधी के बारे में कहा जाए तो वह अभी भी पूरी तरह मेच्योर नहीं है । उन्हें कब क्या बोलना चाहिए खुद पता नहीं है । राहुल गांधी को प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जैसे उच्च पदों पर बैठे लोगों का सम्मान करना चाहिए और उनके प्रति सम्मानित भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए । बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव पर डॉक्टर सिंह ने कहा कि विपक्षी दलों की रैलियों में जो एकजुटता दिख रही है और अपार भीड़ उमड रही है उससे यह संभव है कि वहां सत्ता परिवर्तन हो जाएगा ।