भदैनी सामूहिक हत्याकांड: कोर्ट आदेश पर 10 माह बाद खुले तीन कमरे
मिले अहम साक्ष्य
वाराणसी (जनवार्ता)। शहर को दहला देने वाले भदैनी सामूहिक हत्याकांड में कोर्ट के आदेश पर मंगलवार को पुलिस ने 10 माह 6 दिन बाद बंद पड़े मकान के तीन कमरों का ताला खोला। मौके पर पुलिस टीम की मौजूदगी में साक्ष्य संकलन की कार्रवाई हुई। इस मामले में मुख्य आरोपी भतीजा विशाल उर्फ विक्की और उसका भाई प्रशांत फिलहाल जेल में बंद हैं। दोनों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी केस दर्ज है।
यह खौफनाक वारदात 5 नवंबर 2024, दीपावली के ठीक बाद हुई थी। भदैनी पावर हाउस के सामने स्थित राजेंद्र गुप्ता के पांच मंजिला मकान में उनकी दूसरी पत्नी नीतू (45), बेटे नवेंद्र (24), सुवेंद्र (15) और बेटी गौरांगी (17) की नजदीक से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सभी के शव अलग-अलग कमरों में पड़े मिले थे।
हत्या के बाद पुलिस ने पहले शक का दायरा राजेंद्र गुप्ता पर केंद्रित किया, लेकिन कुछ ही समय बाद भदैनी से 14 किलोमीटर दूर टोहनिया क्षेत्र के मीरापुर रामपुर में स्थित एक निर्माणाधीन मकान में उनका अर्धनग्न शव भी बरामद हुआ। बेड पर पड़ा उनका शव सीने और कनपटी पर गोली के निशान लिए था। इसके बाद शक की सुई सीधे पढ़े-लिखे भतीजे विशाल पर गई, जो लंबे समय तक पुलिस को चकमा देता रहा।
राजेंद्र गुप्ता के इस मकान में तीन मंजिलों पर एक-एक फ्लैट था, जबकि अन्य हिस्सों और टीनशेड में करीब 40 किरायेदार रहते थे। वर्तमान में यहां मृतक की मां शारदा देवी और किरायेदार ही रह रहे हैं।