दालमंडी चौड़ीकरण में टैक्स चोरी का बड़ा खेल!
जनवार्ता स्पेशल इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट
• दालमंडी चौड़ीकरण में टैक्स चोरी का बड़ा खेल!
• 52 मकानों पर 2.5 करोड़ का बकाया, फर्जी रजिस्ट्री की कड़ियां उजागर
जनवार्ता ब्यूरो, वाराणसी।
वाराणसी की तंग गलियों और व्यापारिक केंद्र दालमंडी में चौड़ीकरण की कवायद ने एक बड़ा राज़ खोल दिया है। नगर निगम की फाइलों में दबा रहस्य सामने आया तो हड़कंप मच गया—52 मकानों पर हाउस टैक्स, सीवर टैक्स और वॉटर टैक्स मिलाकर 2 से 2.5 करोड़ रुपये तक का बकाया है!
🕵️ जनवार्ता की जांच में क्या सामने आया?
कई मकान मालिक पिछले 15–20 वर्षों से टैक्स का भुगतान ही नहीं कर रहे थे।
कुछ मकानों की रजिस्ट्री और निगम रिकॉर्ड में असमानता पाई गई।
टैक्स चोरी का यह जाल सिंडिकेट की तरह संगठित दिख रहा है, जहां कुछ प्रभावशाली नाम भी शामिल हैं।
निगम अधिकारियों ने पहली बार इतने बड़े पैमाने पर फर्जी दस्तावेज़ों की जांच शुरू की है।
💰 अब निगम का “ऑपरेशन वसूली”
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने जनवार्ता को बताया—
“अब कोई भी बकाएदार बख्शा नहीं जाएगा। मकान सील करने से लेकर राजस्व वसूली तक की कार्रवाई होगी।”
सूत्रों का कहना है कि निगम ने पूरी सूची बनाकर बकाएदारों को नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है। अगर निर्धारित समय पर पैसा जमा नहीं हुआ तो RC काटकर कुर्की तक की नौबत आएगी।
🔍 पर्दे के पीछे की हलचल
जनवार्ता को पता चला है कि दालमंडी में वर्षों से टैक्स चोरी का खेल चलता रहा। छोटे व्यापारी तो टैक्स भरते रहे लेकिन बड़े-बड़े मकान मालिकों ने या तो एरिया गलत दिखाया या फिर फर्जी कागजों से बच निकलने की कोशिश की।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि “कुछ अधिकारी भी इस खेल में मिले हुए थे, तभी वर्षों से कार्रवाई नहीं हुई।”
⚡ राजनीतिक हलचल
यह खुलासा होते ही स्थानीय राजनीति गरमा गई। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि
“चौड़ीकरण के नाम पर आम जनता को परेशान किया जा रहा है, जबकि असल टैक्स माफिया वर्षों से सत्ता के संरक्षण में मौज कर रहे थे।”
वहीं सत्ता पक्ष का कहना है कि यह कार्रवाई शहर के विकास और ईमानदार करदाताओं के हक में जरूरी है।
📌 जनवार्ता का सवाल
क्या निगम वाकई इन रसूखदार बकाएदारों से वसूली कर पाएगा?
या यह मामला भी फाइलों में दबा रह जाएगा?
फर्जीवाड़े के असली गुनहगारों पर केस दर्ज होगा या बचा लिया जाएगा?
🔴 जनवार्ता का खुलासा जारी रहेगा…
👉 आने वाले दिनों में हम आपको बताएंगे कि आखिर इन बकाएदार मकान मालिकों में कौन-कौन हैं शामिल, और कितना है उनका बकाया।
🔥 *“जनवार्ता — सच की तह तक”*