बिलासपुर रेल हादसा: कोरबा पैसेंजर और मालगाड़ी की जोरदार टक्कर
6 यात्रियों की मौत, कई घायल

वाराणसी (जनवार्ता) : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम एक बड़ा रेल हादसा हो गया। कोरबा पैसेंजर ट्रेन (ट्रेन नंबर 68733) और एक मालगाड़ी की आमने-सामने टक्कर में कम से कम 6 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। हादसा बिलासपुर-कटनी रेल खंड पर लालखदान के पास जयरामनगर स्टेशन के निकट हुआ, जब पैसेंजर ट्रेन गेवरा रोड से बिलासपुर की ओर जा रही थी।

टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रेन के इंजन सहित पहले दो डिब्बे पटरी से उतर गए और मालगाड़ी पर चढ़ गए। इससे ओवरहेड वायरिंग और सिग्नलिंग सिस्टम बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके चलते रेल यातायात पूरी तरह ठप हो गया। हादसे के वक्त ट्रेन में सैकड़ों यात्री सवार थे, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। दुर्घटना स्थल पर अफरा-तफरी मच गई और यात्रियों को निकालने के लिए रेस्क्यू टीमों को भारी मशक्कत करनी पड़ी।
बचाव कार्य में जुटी टीमें, घायलों को अस्पताल पहुंचाया
हादसे की सूचना मिलते ही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश और बिलासपुर मंडल रेल प्रबंधक राजमल खोइवाल मौके पर पहुंचे। रेलवे की मेडिकल टीमों, NDRF की यूनिट और जिला प्रशासन की संयुक्त टीमों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया। घायलों को बिलासपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया है। स्थानीय लोगों ने भी राहत कार्य में सक्रिय सहयोग किया। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं: 139 (रेलवे हेल्पलाइन), 07752-270550 (SECR कंट्रोल रूम)।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के बाद ट्रेन का अगला हिस्सा पूरी तरह चूर-चूर हो गया। एक यात्री ने बताया, “अचानक जोरदार धमाका हुआ और सब कुछ अंधेरा हो गया। हमें तो लगा कि ट्रेन उलट जाएगी।” मृतकों में एक महिला और दो बच्चे शामिल होने की जानकारी मिली है, जिनकी पहचान की प्रक्रिया चल रही है। उनके परिजनों को सूचित करने का काम जारी है।
सिग्नल फेलियर या मानवीय चूक? जांच के आदेश
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, हादसे का मुख्य कारण सिग्नलिंग सिस्टम में खराबी या मानवीय त्रुटि हो सकता है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मालगाड़ी अप लाइन पर खड़ी थी, जबकि पैसेंजर ट्रेन उसी ट्रैक पर आ गई। रेल मंत्री ने उच्च स्तरीय जांच समिति गठित करने के आदेश दिए हैं। फिलहाल, प्रभावित खंड पर ट्रेनों का संचालन पूरी तरह बंद है, लेकिन वैकल्पिक मार्गों से कुछ ट्रेनें डायवर्ट की गई हैं ताकि अन्य यात्रियों को न्यूनतम परेशानी हो।
प्रतिक्रियाएं: दुख और मांगें
इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शोक व्यक्त किया है। पीएम ने ट्वीट कर कहा, “बिलासपुर रेल हादसे से स्तब्ध हूं। मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना।” सीएम साय ने राहत कार्यों की निगरानी के लिए विशेष टीम भेजी है और पीड़ित परिवारों को 5 लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की। विपक्षी दलों ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
यह हादसा रेलवे की सुरक्षा प्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि सिग्नल सिस्टम को अपग्रेड करने की आवश्यकता है।
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