इंडिया पोस्ट के साथ बनारस के उत्पादों का निर्यात बढ़ेगा: कर्नल विनोद

इंडिया पोस्ट के साथ बनारस के उत्पादों का निर्यात बढ़ेगा: कर्नल विनोद

वाराणसी (जनवार्ता)  : वाराणसी डाक परिक्षेत्र के बहस-ए-बनारस सभागार में मंगलवार को व्यवसायिक ग्राहकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में इंडिया पोस्ट की अंतरराष्ट्रीय और घरेलू डाक सेवाओं पर विस्तृत चर्चा हुई, जिसमें निर्यातकों के लिए उपलब्ध सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया। बैठक में व्यापारिक संस्थानों, बैंकों, स्वरोजगार समूहों और स्थानीय व्यापारियों ने हिस्सा लिया।

पोस्टमास्टर जनरल (पीएमजी) कर्नल विनोद कुमार ने बताया कि इंडिया पोस्ट का 120 देशों के साथ अनुबंध है, जिसके माध्यम से व्यापारी अपने उत्पाद आसानी से विदेशों तक पहुंचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि डाक निर्यात केंद्र के जरिए निर्यात प्रक्रिया को सरल बनाया गया है और सभी अधीक्षक इस दिशा में सक्रिय हैं। कर्नल विनोद ने स्टार्टअप यूनिट्स को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा कि इससे युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

बैठक में ऑर्गेनिक वरदान की संस्थापक स्वर्णा ने बताया कि उनकी संस्था शुद्ध खाद्य पदार्थों जैसे ऑर्गेनिक सत्तू और अन्य व्यंजनों का उत्पादन करती है, जिन्हें इंडिया पोस्ट की सेवाओं के माध्यम से विदेशी बाजारों में भेजने की योजना है। कर्नल विनोद ने जानकारी दी कि इंडिया पोस्ट की आईटीपीएस सेवा के तहत एक किलोग्राम का आर्टिकल ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान और इंग्लैंड जैसे देशों में लगभग 1500 रुपये में भेजा जा सकता है। इसके अलावा, इंटरनेशनल स्पीड पोस्ट के जरिए 35 किलोग्राम तक के आर्टिकल 100 से अधिक देशों में भेजे जा सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 25 अगस्त 2025 से अमेरिका के लिए दस्तावेज, पत्र और 100 डॉलर तक के गिफ्ट आइटम भेजना संभव है।

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अतुल, सहायक निदेशक, वाराणसी परिक्षेत्र, ने बताया कि डाक निर्यात केंद्र के माध्यम से कस्टम क्लीयरेंस की प्रक्रिया भी सरल है। संजीव, जाँच इंस्पेक्टर, ने कहा कि सभी जिलों में डाक निर्यात केंद्र संचालित हैं, जहां निर्यातक सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। सुश्री रुचि, इंचार्ज इंटरनेशनल बिजनेस सेंटर, वाराणसी कैंट, ने बताया कि एएमएस सेवा में निर्यात की मात्रा के आधार पर 16% तक डिस्काउंट उपलब्ध है। साथ ही, आर्टिकल के नुकसान होने पर ग्राहकों को मुआवजा भी दिया जाता है।

बैठक में अंतरराष्ट्रीय डाक सेवाओं में देरी, ट्रैकिंग और कस्टम क्लीयरेंस जैसी समस्याओं पर चर्चा हुई। ग्राहकों से फीडबैक लेकर सेवाओं को और प्रभावी बनाने की रणनीतियां बनाई गईं। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य डाक विभाग और व्यवसायिक ग्राहकों के बीच सहयोग को मजबूत करना, पारदर्शिता बढ़ाना और सेवाओं को अधिक कुशल बनाना रहा।

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