काशी विद्यापीठ के कुलपति पर भ्रष्टाचार और अनुचित व्यवहार के आरोपों की जांच की मांग

काशी विद्यापीठ के कुलपति पर भ्रष्टाचार और अनुचित व्यवहार के आरोपों की जांच की मांग

वाराणसी (जनवार्ता) । आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल को पत्र भेजकर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी पर लगे गंभीर आरोपों की जांच की मांग की है। ठाकुर का आरोप है कि विश्वविद्यालय की वरिष्ठ सहायक शिखा बंसल ने कुलपति पर नियुक्ति में भ्रष्टाचार और महिलाओं के साथ अनुचित व्यवहार के आरोप लगाए हैं, जिसकी गहन जांच जरूरी है।

काशी विद्यापीठ कुलपति मामले में शिखा बंसल द्वारा भेजे गए ईमेल की प्रति

शिखा बंसल ने 20 अगस्त 2025 को ईमेल के माध्यम से अपना इस्तीफा सौंपा था। इस्तीफे में उन्होंने विस्तार से बताया कि 11 अगस्त 2025 को पत्रकारिता विभाग में अतिथि अध्यापक पद के लिए साक्षात्कार आयोजित किया गया था। परिणाम आने से पहले ही 19 अगस्त को डॉ. रमेश सिंह नामक व्यक्ति ने आकर अपना नियुक्ति आदेश जारी करने की मांग की। बंसल द्वारा इस पर आपत्ति जताने पर पहले डॉ. सिंह ने और उसके बाद कुलपति प्रो. त्यागी ने उन्हें अपने कक्ष में बुलाकर अनुचित भाषा का प्रयोग किया।

अमिताभ ठाकुर ने अपने पत्र में कहा, “यह मामला नियुक्ति प्रक्रिया में भ्रष्टाचार और कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ अनुचित आचरण का स्पष्ट उदाहरण है। ऐसे आरोपों की अनदेखी नहीं की जा सकती।” उन्होंने राज्यपाल से अपील की है कि मामले की स्वतंत्र और गहन जांच कराई जाए तथा शिखा बंसल को न्याय दिलाया जाए। साथ ही, दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए।

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। ठाकुर ने कहा कि यदि जांच नहीं हुई तो वे आगे कानूनी कदम उठाएंगे। यह घटना विश्वविद्यालयों में पारदर्शिता और महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर करती है।

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