डीएम की अध्यक्षता में डूडा की शासी निकाय बैठक सम्पन्न
25 हजार लंबित आवेदनों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश
वाराणसी (जनवार्ता) । जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) की शासी निकाय की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक में नगरीय योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और समयबद्ध प्रगति सुनिश्चित करने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में नगर आयुक्त, उप जिलाधिकारी (सदर), नगर निगम वाराणसी के समस्त जोनल अधिकारी, डूडा के परियोजना अधिकारी, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) 2.0 की समीक्षा करते हुए बताया कि योजना के अंतर्गत ऑनलाइन प्राप्त 25,000 से अधिक लंबित आवेदनों का शीघ्र सत्यापन कराया जाए। इस संबंध में उन्होंने एसडीएम सदर व जोनल अधिकारियों को निर्देशित किया कि पात्र लाभार्थियों को समय पर आवासीय लाभ उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
दीनदयाल अंत्योदय योजना – शहरी के तहत स्वरोजगार हेतु बैंकों में लंबित 66 आवेदनों को स्वीकृत कर त्वरित ऋण वितरण कराने के लिए जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक के दौरान लेबर चौक की स्थापना पर भी गंभीर विचार विमर्श हुआ। पीओ डूडा ने बताया कि दीनदयाल अस्पताल के समीप एक स्थल चिह्नित कर डीपीआर शासन को भेजी जा चुकी है। इस पर जिलाधिकारी ने श्रमायुक्त व श्रम विभाग को शहर में अन्य संभावित स्थलों की भी पहचान करने के निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री अल्पविकसित मलिन बस्ती योजना के अंतर्गत 26.19 करोड़ रुपये के प्रस्ताव, जो माननीय जनप्रतिनिधियों द्वारा भेजे गए थे, बैठक में प्रस्तुत किए गए। जिलाधिकारी ने इन प्रस्तावों को अनुमोदन प्रदान करते हुए निर्देश दिया कि संबंधित जनप्रतिनिधियों को इसकी जानकारी तत्काल दी जाए।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि समस्त योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता, समयबद्धता और प्रभावशीलता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि शहरी गरीबों के जीवनस्तर में सुधार के लिए चल रही योजनाओं को पूरी प्रतिबद्धता के साथ धरातल पर उतारना प्रशासन की सामाजिक और संवैधानिक जिम्मेदारी है।