वाराणसी में शुभम–दिवेश और CA के ठिकानों पर ED का छापा
कफ सिरप तस्करी में झारखंड से पहुंची 40 टीमें, फर्मों के बैंक खाते-दस्तावेज जब्त

वाराणसी (जनवार्ता) | कफ सिरप तस्करी से जुड़े बड़े नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार सुबह वाराणसी सहित कई राज्यों में एक साथ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी। झारखंड से पहुंची करीब 40 सदस्यीय विशेष टीम ने देशभर में 25 लोकेशनों पर दबिश दी। वाराणसी में कार्रवाई का केंद्र बिंदु सरगना शुभम जायसवाल, उसके सहयोगी दिवेश जायसवाल और उनसे जुड़े चार्टर्ड अकाउंटेंट का नेटवर्क रहा।
ED ने सबसे पहले आदमपुर थाना क्षेत्र स्थित कायस्थ टोला में शुभम के पुश्तैनी मकान और सिगरा के बादशाहबाग कॉलोनी में उसके नए घर पर छापेमारी की। टीम ने घर, दुकान और उससे जुड़े अन्य ठिकानों से डिजिटल रिकॉर्ड, बैंक खाते और फर्मों से जुड़े कई दस्तावेज जब्त किए। शुभम से जुड़े कारोबार की परतें खोलने के लिए टीम कई घंटे तक दोनों स्थानों पर मौजूद रही।
इसी तरह कफ सिरप नेटवर्क की अहम कड़ी माने जा रहे दिवेश जायसवाल के खोजवा स्थित दो मंजिला मकान पर भी ED की कार्रवाई हुई। उसके मकान के भूतल पर चल रहे जनरल स्टोर की तलाशी के दौरान टीम को फर्जी फर्मों से जुड़े महत्वपूर्ण कागजात मिले। कोतवाली क्षेत्र में दर्ज संदिग्ध फर्मों पर भी टीमें भेजी गईं, जहां कंपनियों के भौतिक सत्यापन के साथ लाइसेंस और गतिविधियों की जांच की गई। अधिकारियों ने कई लोगों से मौके पर ही पूछताछ भी की।
सबसे महत्वपूर्ण छापा शुभम के चार्टर्ड अकाउंटेंट विष्णु कुमार अग्रवाल के दफ्तर पर पड़ा। ED ने दफ्तर को पूरी तरह सील कर दिया और अंदर मौजूद दस्तावेजों की गहन जांच शुरू कर दी। शुरुआती छानबीन में पता चला कि CA विष्णु कफ सिरप तस्करी सिंडीकेट का वित्तीय संचालन संभालता था और फर्जी फर्मों, बैंक खातों व संदिग्ध ट्रांजेक्शनों को मैनेज करता था। छापेमारी की जानकारी मिलते ही वह दफ्तर से फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।
वाराणसी में छापे की कार्रवाई की खबर फैलते ही दागी फर्मों से जुड़े कारोबारियों में हड़कंप मच गया। दोपहर तक लखनऊ, अहमदाबाद, जौनपुर, सहारनपुर और रांची में भी ED की रेड जारी रही। एजेंसी को उम्मीद है कि इस कार्रवाई से कफ सिरप तस्करी के राष्ट्रीय नेटवर्क की कई और परतें खुलेंगी।

