सशक्तिकरण का मतलब पुरुषों से भेदभाव नहीं बदतमीजी करने वाले को पलटकर थप्पड़ मारने की हिम्मत होनी चाहिए : आईपीएस नीतू
वाराणसी (जनवार्ता)। सुधाकर महिला पीजी कॉलेज, खमरिया में मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत बुधवार को आत्मरक्षा एवं साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि अपर पुलिस अधीक्षक (वरुणा जोन) आईपीएस नीतू काद्दयान ने छात्राओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा, “सशक्तिकरण का मतलब यह नहीं कि हम पुरुषों से भेदभाव करें, बल्कि जब कोई बदतमीजी करे तो पलटकर थप्पड़ मारने की हिम्मत होनी चाहिए।”

कार्यक्रम में सैकड़ों छात्राओं ने एक स्वर में संकल्प लिया, “मैं खुद को और अपनी बहनों को सुरक्षित रखूंगी, चुप नहीं रहूंगी, आवाज उठाऊंगी।”
युवा फाउंडेशन की अध्यक्ष सीमा चौधरी के नेतृत्व में आयोजित इस सत्र में छात्राओं को पेपर स्प्रे का उपयोग, ‘नो मीन्स नो’ का महत्व, साइबर ब्लैकमेलिंग से बचाव और कानूनी अधिकारों की विस्तृत जानकारी दी गई। सीमा चौधरी ने 2024 की एक सनसनीखेज ब्लैकमेलिंग घटना का जिक्र कर चेताया कि “ऑनलाइन एक फोटो दस सेकंड में वायरल हो जाती है, वह कभी वापस नहीं आती। फ्रेंड रिक्वेस्ट और प्राइवेसी सेटिंग्स पर विशेष सावधानी बरतें।”
आईपीएस नीतू काद्दयान ने छात्राओं से कहा कि मुसीबत में चिल्लाएं, शोर मचाएं, भीड़ जुटाएं और तुरंत 112, 181 या 1090 डायल करें। उन्होंने सभी छात्राओं को अपने-अपने थानों में आकर पुलिस कार्यप्रणाली समझने का खुला न्योता भी दिया।
कार्यक्रम में एसीपी नितिन तनेजा, इंस्पेक्टर अशोक पांडेय, विकास मौर्य, सलीम जावेद, दुर्गेश पांडेय, गौरव सुमन, अनूप पांडेय, अरविंद कुमार यादव तथा कॉलेज के प्राचार्य एवं अध्यापकगण उपस्थित रहे।
छात्राओं में आत्मरक्षा के प्रति उत्साह देखते ही बनता था। कई छात्राओं ने तुरंत पेपर स्प्रे खरीदने और अपने दोस्तों को भी जागरूक करने का संकल्प व्यक्त किया।

