2500वें विद्युत रेल इंजन का महाप्रबंधक ने किया लोकार्पण

2500वें विद्युत रेल इंजन का महाप्रबंधक ने किया लोकार्पण

वाराणसी (जनवार्ता)।बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए शनिवार को अपने 2500वें विद्युत रेल इंजन का लोकार्पण किया। इस इंजन को बरेका के महाप्रबंधक श्री नरेश पाल सिंह ने हरी झंडी दिखाकर राष्ट्र को समर्पित किया। लोकार्पण कार्यक्रम में बरेका की महिला कार्यबल की विशेष भागीदारी देखने को मिली। महाप्रबंधक ने फिटर श्रीमती अनिता देवी, सहायक श्रीमती श्रुति श्रीवास्तव, एस.एस.ई. मो. निजामुद्दीन और एम.सी.एम. श्री कृष्ण कुमार के साथ मिलकर इंजन को रवाना किया, जो नारी शक्ति के योगदान को रेखांकित करता है।

इस अवसर पर नेशनल प्रेस पार्टी के 44 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने कार्यकारी निदेशक (सूचना एवं प्रचार) श्री दिलीप कुमार के नेतृत्व में बरेका का औपचारिक दौरा किया। प्रतिनिधियों को बरेका की निर्माण प्रक्रिया, नवाचार, निर्यात गतिविधियाँ, स्वदेशीकरण के प्रयासों और हरित ऊर्जा पहलों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। बरेका प्रशासन भवन के कीर्ति कक्ष में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से बरेका की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं से भी अवगत कराया गया। इसके बाद प्रतिनिधियों ने कार्यशाला भ्रमण कर रेल इंजन निर्माण की प्रक्रिया का प्रत्यक्ष अवलोकन किया।

बरेका ने विद्युत रेल इंजन निर्माण की शुरुआत वर्ष 2017 में मात्र दो इंजनों से की थी और आठ वर्षों में 2500वें इंजन तक पहुंचना एक ऐतिहासिक कीर्तिमान है। अब तक बरेका कुल 10,822 रेल इंजनों का निर्माण कर चुका है, जिनमें 7498 डीजल इंजन, 2500 विद्युत इंजन, 641 डीजल इंजन गैर-रेलवे ग्राहकों के लिए, 174 निर्यातित डीजल इंजन, 1 ड्यूल ट्रैक्शन इंजन और 8 कन्वर्जन इंजन शामिल हैं। हाल ही में बरेका को मोजाम्बिक रेलवे से 10 अत्याधुनिक डीजल-इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के निर्माण का बड़ा अनुबंध प्राप्त हुआ है, जिनमें से दो इंजनों को जून 2025 में प्रेषित कर दिया गया है और शेष आठ का निर्माण कार्य प्रगति पर है।

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लोकार्पित 2500वां विद्युत इंजन WAP-7 श्रेणी का है, जिसकी क्षमता 6000 हॉर्सपावर है। यह इंजन रियल टाइम सूचना प्रणाली, वातानुकूलित कैब, रिजेनेरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम, 140 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति क्षमता और संशोधित गियर अनुपात जैसी अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित है। साथ ही यह पर्यावरण के अनुकूल डिजाइन और सुरक्षा सुविधाओं के दृष्टिकोण से भी अत्यंत उन्नत है। यह इंजन दक्षिण पश्चिम रेलवे के कृष्णराजपुरम लोको शेड को सौंपा जाएगा।

समारोह में प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर  विवेक शील, प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक  आलोक अग्रवाल, प्रधान वित्त सलाहकार  मुक्तेश मित्तल, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी  लालजी चौधरी, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अनुज कटियार, जन संपर्क अधिकारी  राजेश कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी परिषद सदस्यगण और बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया। बरेका का यह कीर्तिमान भारतीय रेलवे के तकनीकी सशक्तिकरण और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक सशक्त कदम है।

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