बाढ़ से कांपी काशी, गंगा ने छुआ रिकॉर्ड स्तर
वाराणसी (जनवार्ता)। काशी में गंगा अपने विकराल रूप में है। सोमवार दोपहर तक जलस्तर 72.066 मीटर तक पहुंच गया, जो 2003 के ऐतिहासिक रिकॉर्ड 72.10 मीटर के बेहद करीब है। दशाश्वमेध घाट से लेकर सामने घाट तक सभी घाट जलमग्न हो चुके हैं। आरती अब छतों के करीब हो रही है और सड़कों पर नावें चल रही हैं। छह साल बाद पहली बार ट्रॉमा सेंटर तक पानी पहुंच गया है।
वरुणा नदी के पलट प्रवाह से नक्खी घाट समेत कई निचले इलाके डूब गए हैं। एनडीआरएफ की टीमें लगातार राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं। गंगा का पानी गलियों और मोहल्लों में घुस चुका है। सरायमोहाना, डोमरी, लोहता, सरैयां जैसे कई इलाके बुरी तरह प्रभावित हैं।
अब तक 20 राहत शिविरों में 5000 से ज्यादा लोग शरण ले चुके हैं, जबकि सैकड़ों परिवार खुले में या रिश्तेदारों के यहां मजबूरी में रह रहे हैं। राहत शिविरों में भी हालात चिंताजनक हैं।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार यदि वर्षा कम हुई, तो मंगलवार दोपहर से जलस्तर में गिरावट शुरू हो सकती है। उम्मीद है कि गुरुवार रात तक जलस्तर चेतावनी स्तर से नीचे आ जाएगा और शनिवार तक गंगा धीरे-धीरे किनारों की ओर लौटेगी।