काशी की बेटी बनीं असिस्टेंट प्रोफेसर
वाराणसी (जनवार्ता)। काशी की धरती एक बार फिर गौरवान्वित हुई जब विशेश्वरगंज (हरतीरथ) निवासी डॉ. शिल्पी जायसवाल का चयन बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग, पटना द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर (राजनीति शास्त्र) पद के लिए किया गया। इस सफलता से पूरे परिवार, मोहल्ले व जिले में हर्ष की लहर है।
डॉ. शिल्पी, स्व. जगदीश प्रसाद एवं स्व. सावित्री देवी जायसवाल की नतिनी हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा श्री हरिश्चंद्र बालिका इंटर कॉलेज, मैदागिन से प्राप्त की। तत्पश्चात महामना मदन मोहन मालवीय की बगिया काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बी.एच.यू.) से बी.ए. (ऑनर्स), एम.ए. (राजनीति शास्त्र), पीएच.डी. एवं पोस्ट डॉक्टोरल (पी.डी.एफ.) की उपाधि प्राप्त की।
वर्तमान में वे उदय प्रताप कॉलेज, वाराणसी में असिस्टेंट प्रोफेसर (संविदा) के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपनी माता स्व. बीना जायसवाल को दिया, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी उन्हें शिक्षित कर अपने सपनों को साकार किया।
डॉ. शिल्पी ने अपने पति डॉ. प्रमोद कुमार (पीएच.डी. इन लॉ, बी.एच.यू.) को भी मार्गदर्शन व प्रेरणा का स्त्रोत बताया। डॉ. प्रमोद वर्तमान में न्यायिक सेवा की तैयारी कर रहे हैं।
इनकी सफलता पर डॉ. बाल मुकुंद चौरसिया (जिला जज), विनोद कुमार चौरसिया (एडीजे), कमला प्रसाद त्रिपाठी (एडीजे), नागेन्द्र कुमार (सेवानिवृत्त एडीजे), डॉ. अश्विनी उपाध्याय एवं सुचेता चौरसिया (जूडिशियल मजिस्ट्रेट), गंगोश्री हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. प्रदीप व डॉ. नीपू चौरसिया, सामाजिक कार्यकर्ता श्री पारसनाथ चौरसिया एवं उदय प्रताप कॉलेज के प्राचार्य प्रो. धर्मेंद्र कुमार सिंह सहित अनेक शिक्षाविदों, समाजसेवियों व परिजनों ने शुभकामनाएं प्रेषित कीं।