रमना गांव में तेंदुए की दहशत
वन विभाग ने ग्रामीणों को दी सतर्क रहने की सलाह
वाराणसी (जनवार्ता) | रमना क्षेत्र में तेंदुए के दिखने की सूचना से गांव में हड़कंप मच गया। गंगा किनारे बसे इस गांव में एक युवक ने दूध बेचकर लौटते समय तेंदुआ जैसा जानवर तेजी से भागते देखा, जिसके बाद ग्रामीणों में दहशत फैल गई।

सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गश्त की, लेकिन तेंदुए का कोई ठोस सुराग नहीं मिला। क्षेत्रीय उप निरीक्षक राहुल कुमार बलवंत के नेतृत्व में टीम ने ग्रामीणों के साथ मिलकर रात भर खोजबीन की। बताए गए स्थान पर पंजों के निशान मिले, जिनके नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। विशेषज्ञों की रिपोर्ट आने के बाद ही यह पुष्टि हो सकेगी कि निशान तेंदुए के हैं या किसी अन्य जानवर के।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अमित पटेल ने बताया कि गांव का युवक दूध बेचकर घर लौट रहा था, तभी उसे तेंदुआ जैसा जानवर दिखा। घटना के बाद से गांव में भय का माहौल है। गांव की भौगोलिक स्थिति गंगा किनारे होने और आसपास बगीचों व बनपुरवा जंगल क्षेत्र होने से ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। रात में लोग घरों में ही रह रहे हैं और बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं।
वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने, रात में अकेले बाहर न निकलने और किसी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने का निर्देश दिया है। टीम तेंदुए की खोज में जुटी हुई है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में वन्यजीवों के मानव बस्तियों में आने की बढ़ती समस्या को उजागर करती है। वन विभाग से उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति नियंत्रित हो जाएगी और ग्रामीण सुरक्षित महसूस करेंगे।

