हिन्दी दिवस पर काशी में साहित्यिक महोत्सव
वाराणसी (जनवार्ता) | हिन्दी दिवस के अवसर पर काशी नगरी ने एक बार फिर साहित्यिक परंपरा को जीवंत कर दिया। काव्य कांति मंच एवं मंगलम् डिजिटल के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को “वाह बनारस वाह” (काव्यमेव जयते 8.0) कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन आनंद इम्फ़ेशन हॉल, बीएचयू लंका मार्ग पर किया गया।
कार्यक्रम की विशेष अतिथि आकाशवाणी की लोकप्रिय आरजे एवं कवयित्री श्वेता शुक्ला रहीं। अध्यक्षता शेखर त्रिपाठी (टीवी फेम कवि, भजनकार एवं अध्यक्ष – मंगलम् डिजिटल) ने की। मंच संचालन का दायित्व नीरज प्रजापति, अजय वर्मा और अमित कुमार अंजान ने निभाया।
इस अवसर पर काव्य की विभिन्न धाराओं से जुड़े कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंच पर अभिनंदन कुमार शुक्ला, रमा रमण चौधरी, चेतना तिवारी, शिव तिवारी, प्रियंका अग्निहोत्री ‘गीत’, डॉ. कीर्ति पाण्डेय, विजय नारायण तिवारी ‘रसिक’, सर्वेश अग्रहरी ‘विज्ञानी’, अमित कुमार अंजान, सत्यवान साहब (भूतपूर्व सैनिक), कृष्ण पाण्डेय, अजय गौतम, कपिल कुमार अग्रहरि, सर्वेश कुमार दुबे और कंचन सिंह जैसे प्रतिष्ठित कवि मौजूद रहे।
मंच के संस्थापक कवि उदय कुमार भास्कर ने अपने उद्बोधन में कहा – “यह मंच हिन्दी साहित्य को जन-जन तक पहुँचाने और नई पीढ़ी को काव्य परंपरा से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयासरत है।”
मार्गदर्शक अजय वर्मा ‘साथी’ ने आयोजन की सफलता पर प्रसन्नता जताते हुए सभी कवियों, अतिथियों और साहित्यप्रेमियों का आभार व्यक्त किया।
कवि सम्मेलन का समापन इस संदेश के साथ हुआ कि “काशी केवल मोक्ष की नगरी ही नहीं, बल्कि काव्य और संस्कृति की धड़कन भी है।” हिन्दी दिवस के इस विशेष आयोजन ने साहित्य प्रेमियों के लिए यादगार क्षण रचे।