मिर्जामुराद धर्मशाला के प्राचीन कुएं पर कब्जे की कोशिश
तहसील दिवस में ग्रामीणों ने सौंपा प्रार्थना पत्र
वाराणसी (जनवार्ता)। मिर्जमुराद बाजार स्थित सार्वजनिक धर्मशाला परिसर में वर्षों पुराने ऐतिहासिक कुएं पर अवैध कब्जे और निर्माण की कोशिश को लेकर ग्रामीणों व व्यापारियों में आक्रोश है। शनिवार को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान दर्जनों ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन को प्रार्थना पत्र सौंपते हुए कार्रवाई की मांग की।
ग्रामीणों का आरोप है कि वर्ग विशेष के कुछ लोग अन्य स्थानीय व्यक्तियों के साथ मिलकर धर्मशाला परिसर स्थित सार्वजनिक कुएं को पाटने तथा उसके चारों ओर दीवार खड़ी करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे इसकी सामाजिक उपयोगिता खत्म हो जाएगी। प्रार्थना पत्र में उल्लेख किया गया है कि यह कुआं न केवल प्राचीन है, बल्कि स्थानीय धार्मिक, सामाजिक और ऐतिहासिक महत्व भी रखता है।
इस विषय को लेकर पूर्व में भी प्रधानमंत्री कार्यालय (दुर्गाकुंड) और जिलाधिकारी कार्यालय में ज्ञापन सौंपा जा चुका है, परंतु अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में ग्रामीणों ने एक बार फिर तहसील दिवस में शिकायत दर्ज कराई और प्रशासन से सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
इस अवसर पर व्यापार मंडल अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह ‘पिंटू’, संतोष त्रिपाठी ‘पप्पू’, गौरव गुप्ता, श्याम बिहारी सहित कई ग्रामीण और व्यापारी मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा।
प्रशासन ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है। स्थानीय लोग अब जिला प्रशासन की अगली कार्रवाई पर नजरें गड़ाए बैठे हैं।