कोडीन युक्त कफ सिरप की अवैध तस्करी के दो मुख्य सरगनाओं को पुलिस ने किया गिरफ्तार
वाराणसी (जनवार्ता)। कोतवाली पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने कोडीन युक्त कफ सिरप की अवैध तस्करी के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में दो मुख्य सरगनाओं को गिरफ्तार कर लिया है जबकि बाकी नामजद आरोपियों की तलाश जारी है। जांच में सामने आया है कि पिछले एक साल में इस गिरोह ने लगभग 7 करोड़ रुपये का अवैध कारोबार किया।

गिरफ्तार किए गए दोनों अभियुक्तों की पहचान हरी ओम फार्मा के मालिक विशाल कुमार जायसवाल और काल भैरव ट्रेडर्स के मालिक बादल आर्य के रूप में हुई है। दोनों को रविवार रात कोतवाली थाना परिसर से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस जांच में पता चला है कि ये लोग फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ड्रग लाइसेंस प्राप्त कर कोडीन युक्त कफ सिरप की बड़ी खेप मंगवाते थे और इसे नशे के रूप में ऊंचे दामों पर बेचते थे। हरी ओम फार्मा ने झारखंड की शैली ट्रेडर्स से 4 लाख 18 हजार शीशियां खरीदीं और इन्हें करीब 5 करोड़ रुपये में बेच दिया, जबकि काल भैरव ट्रेडर्स ने 1 लाख 23 हजार शीशियां खरीदकर लगभग 2 करोड़ रुपये में बेचीं।
खास बात यह है कि यह माल कभी फार्मेसी तक नहीं पहुंचता था, सीधे ग्राहकों को सप्लाई किया जाता था, लेकिन फर्जी ई-वे बिल और टैक्स इनवॉइस बनाकर पूरी खरीद-फरोख्त को वैध दिखाया जाता था। कमीशन के रूप में दिवेश जायसवाल के माध्यम से अन्य लोगों को हर महीने 30 से 40 हजार रुपये दिए जाते थे।
मामला कोतवाली थाने में मुकदमा संख्या 235/2025 के तहत एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/21/29 व 26(डी) तथा बीएनएस की धारा 61(2), 318(2), 338, 336(3), 340(2) के तहत दर्ज किया गया है।

