पुलिस ने पारिवारिक विवाद बताकर कार्रवाई से इनकार
वाराणसी (जनवार्ता): दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के त्रिपुरा भैरवी घाट पर नाव बांधने की जगह को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। 12 सितंबर की रात लगभग 8 बजे हुई इस घटना में एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के घर में घुसकर तोड़फोड़ की और लात-घूंसे मारे। पीड़ित परिवार ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है।
घटना की शिकायत करने वाली आशा देवी ने बताया कि उनके देवर राजू साहनी, उनकी पत्नी सरोज देवी, अनिल साहनी, अमित साहनी और अमन साहनी ने जबरन नाव बांधने की जगह पर कब्जा करने का प्रयास किया। विरोध करने पर उन्होंने आशा देवी और उनके बेटों विवेक साहनी व अनिल साहनी को गाली-गलौज देते हुए पीटा। सरोज देवी ने घर का सामान डंडों से तोड़ दिया। शोर मचने पर पड़ोसी जुट गए, तो आरोपी जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए।
आशा देवी ने कहा, “घटना की पूरी सीसीटीवी फुटेज हमारे पास मौजूद है। थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने इसे पारिवारिक मामला बताकर कार्रवाई से इनकार कर दिया। उल्टे, विपक्षी पक्ष के दबाव में हमारे परिवार पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया गया।” पीड़ित परिवार ने पुलिस कमिश्नर से न्याय की मांग की है और कार्रवाई की उम्मीद जता रहे हैं।
दशाश्वमेध थाना प्रभारी ने बताया कि मामला जांच के दायरे में है, लेकिन फिलहाल पारिवारिक विवाद ही प्रतीत हो रहा है। घाट क्षेत्र में नाव बांधने को लेकर अक्सर छोटे-मोटे विवाद होते रहते हैं, लेकिन इस मामले में दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।