बिजली कर्मियों का निजीकरण और बिजली दरों में वृद्धि के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी
वाराणसी (जनवार्ता)। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश के बैनर तले बनारस के बिजली कर्मियों ने 259वें दिन बिजली निजीकरण और बेतहाशा दर वृद्धि के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। 14 अगस्त को भिखारीपुर प्रबंध निदेशक कार्यालय पर तिरंगा रैली और सभा के साथ निजीकरण रद्द करने की मांग की जाएगी।


संघर्ष समिति ने कहा कि योगी सरकार में बिजली व्यवस्था में सुधार के बावजूद निजीकरण का प्रस्ताव गलत है। उत्तर प्रदेश ने मई 2025 में सर्वाधिक बिजली आपूर्ति का राष्ट्रीय कीर्तिमान बनाया, फिर भी पूर्वांचल और दक्षिणांचल की गरीब जनता पर निजीकरण थोपा जा रहा है। सस्ती बिजली के लिए पावर सेक्टर को सार्वजनिक क्षेत्र में रखना जरूरी है।
समिति ने आरोप लगाया कि निजीकरण के पीछे मेगा स्कैम है और पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष आशीष गोयल और निदेशक वित्त निधि नारंग की निजी कंपनियों से मिलीभगत है। समिति ने निजीकरण का दस्तावेज तत्काल रद्द करने की मांग की।

