बम भोला बम बम बम | शिव भक्ति का ऊर्जावान नाद
“बम भोला बम बम बम” का उच्चारण केवल शब्द नहीं, बल्कि एक ऊर्जा का प्रवाह है। यह नाद साधक को भीतर से जागृत करता है और मन, वाणी व आत्मा को भगवान शिव से जोड़ देता है। जब भक्त इस मंत्र को पूर्ण श्रद्धा से बोलता है, तो उसके चारों ओर भक्ति और शक्ति का एक दिव्य वातावरण बन जाता है। यह मंत्र हमें सिखाता है कि जीवन में जो भी हो, शिव नाम के जप से हर दुःख मिट जाता है और आनंद अपने आप हृदय में उतर आता है।

कल्याण हेतु करें जो चिंतन,
बम भोला बम बम बम भोला बम बम,
पापों के तापों का करता शमन,
बम भोला बम बम बम भोला बम बम,
नित्य जो सत्य जो देता अमृत्व,
नित्य जो सत्य जो देता अमृत्व,
जो दासों के काटे जो भव के बंधन,
हर भोला बम बम,
शिव भोला बम बम,
हर भोला बम बम,
शिव भोला बम बम…….
आदि अनन्ता, जो सृजन हार,
सारे जगत का जो तारणहार,
पालन पोषण करने वाला
महारुद्र करे सबका संहार,
सारे लोकों में करे विचरण बम
भोला बम बम बम भोला बम बम,
अपनी ही धुन में जो रहता मगन,
हर भोला बम बम शिव भोला बम बम,
नित्य जो सत्य जो देता अमृत्व,
नित्य जो सत्य जो देता अमृत्व,
जो दासों के काटे जो भव के बंधन,
हर भोला बम बम,
शिव भोला बम बम…….
जटा में गंगा माथे पे चंदा
नीलकंठ श्रीअम्बिका नाथ,
दीनन हीनन का जो है दाता
और अनाथों का कहलाये नाथ,
कपाली कमारी सुरसूदन बम
भोला बम बम बम भोला बम बम,
करता चरणजीत तेरा वंदन बम
भोला बम बम बम भोला बम बम,
नित्य जो सत्य जो देता अमृत्व,
नित्य जो सत्य जो देता अमृत्व,
जो दासों के काटे जो भव के बंधन,
हर भोला बम बम,
शिव भोला बम बम…….
जप की सरल विधि
- प्रातः या संध्या समय स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- दीपक जलाकर शिवलिंग या शिव चित्र के समक्ष बैठें।
- मन को शांत करें और 108 बार उच्चारण करें — “बम भोला बम बम बम।”
- प्रत्येक जप के साथ भगवान शिव के त्रिशूल, डमरू और गंगाधर रूप का ध्यान करें।
- अंत में शिव से प्रार्थना करें — “हे भोलेनाथ, मुझ पर अपनी कृपा बरसाओ।”
मंत्र जप के चमत्कारी फल
- यह जप तनाव और नकारात्मकता को दूर करता है।
- आत्मिक शक्ति और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
- जीवन में शिव कृपा, शांति और सफलता का संचार होता है।
- यह मंत्र मन को एकाग्र और विचारों को स्थिर बनाता है।
- साधक के जीवन में साहस, संतुलन और भक्ति भाव बढ़ता है।
निष्कर्ष
“बम भोला बम बम बम” शिवभक्तों का वह उद्घोष है जो भक्ति, आनंद और शक्ति तीनों का संगम है। यह नाद हर उस दिल में गूँजता है जो भोलेनाथ पर अटूट विश्वास रखता है। जब हम इस जप को श्रद्धा से करते हैं, तो भीतर से जागरण, सादगी और संतोष का भाव जागता है। जीवन के हर मोड़ पर यदि यह नाद हमारे संग रहे, तो हर कठिनाई भी सहज लगने लगती है।

