गिद्दे विच आया नंदलाल अडियो | आनंद, प्रेम और भक्ति से ओतप्रोत कृष्ण लीला गीत
“गिद्दे विच आया नंदलाल अडियो” भजन श्रीकृष्ण के बालस्वरूप और उनके आनंदमय स्वभाव का प्रतीक है। इसमें वह दृश्य उभरता है जब कन्हैया अपने बालपन में बृज की गोपियों के बीच नाचते-गाते हैं और सबको अपने प्रेम से मोहित कर देते हैं। यह गीत केवल भक्ति नहीं, बल्कि उत्सव है — जहाँ नृत्य, संगीत और आनंद एक साथ मिलते हैं। इसे सुनने या गाने से मन में एक अनोखी खुशी और श्रद्धा का भाव जागता है।
गिद्दे विच आया नंदलाल अडियो..
नच नच पौनी मैं धमाल अडियो…
राधे राधे श्याम मिला दे
चोरी चोरी मखन चुराई जांदा है…
प्यार वाली बंसरी बजाई जान्दा है…
बंसरी बजांदा है कमाल अडियो…
नच नच पौनी मैं धमाल अडियो…
राधे राधे श्याम मिला दे
चोरी चोरी गौआँ चराई जांदा है…
ग्वालेया नु बहुत सताई जान्दा है…
गौआँ चरांदा है कमाल अडियो…
नच नच पौनी मैं धमाल अडियो…
राधे राधे श्याम मिला दे
चोरी चोरी रास रचाई जांदा है…
गोपियाँ नु नाल नचाई जान्दा है…
रास रचान्दा है कमाल अडियो…
नच नच पौनी मैं धमाल अडियो…
राधे राधे श्याम मिला दे
चोरी चोरी कीर्तन विच आई जांदा है..
सबना दिल है चुराई जांदा है..
दरस दिखानदा है कमाल अडियो…
नच नच पौनी मैं धमाल अडियो…
राधे राधे श्याम मिला दे
गायन की विधि
- किसी शुभ अवसर, विशेषकर जन्माष्टमी या रविवार को, भजन गाया जा सकता है।
- श्रीकृष्ण की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएँ।
- हल्का संगीत या ढोलक की थाप पर इस गीत को गाएँ या गुनगुनाएँ।
- गायन के दौरान कन्हैया की बाल लीलाओं का स्मरण करें।
- परिवार या मित्रों के साथ गाने से भक्तिपूर्ण उत्साह और भी बढ़ता है।
- अंत में श्रीकृष्ण से आनंद, प्रेम और सुरक्षा की प्रार्थना करें।
लाभ
- मन में उत्साह और सकारात्मकता आती है।
- भक्ति को आनंद के रूप में अनुभव करने का अवसर मिलता है।
- घर में उल्लास और सौहार्द्र का वातावरण बनता है।
- बालकृष्ण की कृपा से परिवार में प्रेम और एकता बढ़ती है।
- यह भजन तनाव मिटाकर मन को प्रसन्नता और हल्कापन देता है।
निष्कर्ष
“गिद्दे विच आया नंदलाल अडियो” भजन भक्ति का आनंदमय रूप है, जो हमें यह सिखाता है कि ईश्वर की भक्ति केवल ध्यान या व्रत में नहीं, बल्कि हर्ष और प्रेम में भी होती है। जब हम कन्हैया की बाल लीलाओं का गुणगान करते हैं, तो मन नाच उठता है और आत्मा में भक्ति का संगीत गूंजने लगता है। यह भजन हर भक्त के हृदय में प्रेम, आनंद और भक्ति का संगम उत्पन्न करता है।