हमारे बृज के रखवाले कन्हैया राधिका रानी | भक्ति, प्रेम और श्रद्धा का मधुर भजन

“हमारे बृज के रखवाले कन्हैया राधिका रानी” भजन श्रीकृष्ण और राधारानी के प्रति अटूट भक्ति और प्रेम की अभिव्यक्ति है। इस भजन में भक्त अपने आराध्य से विनम्रता से कहता है — हे कन्हैया, हे राधे रानी, आप ही हमारे बृज के रक्षक और पालनहार हैं। यह गीत मन को भक्ति रस से भर देता है और आत्मा को दिव्यता से जोड़ देता है। इसका गायन करते समय ऐसा लगता है मानो बृजधाम की पवित्र भूमि पर राधे-कृष्ण की लीलाएँ फिर से जीवंत हो उठती हैं।

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हमारे बृज़ के रखवाले,कन्हैया राधिका रानी
मेरे नैनों के हैं तारे,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़….

कहो प्यारे कहाँ जायें,भुलाकर अब शरण तेरी
सहारे बे सहारों के,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़ के रखवाले,कन्हैया राधिका रानी
मेरे नैनों के हैं तारे,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़….

मेरे हो तुम तुम्हारा मैं,यही बस बात काफी है
तुम्हारा ही है ये जीवन,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़ के रखवाले,कन्हैया राधिका रानी
मेरे नैनों के हैं तारे,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़….

उबारे अनगिनत पापी,उद्धारे कई अधम हमसे
बिसारे क्यों हो पन अपना,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़ के रखवाले,कन्हैया राधिका रानी
मेरे नैनों के हैं तारे,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़….

ना हो कुछ मान अब मन में,बस इतनी मान लो मेरी
अहम सब दिल से मिट जायें,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़ के रखवाले,कन्हैया राधिका रानी
मेरे नैनों के हैं तारे,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़….

दीवाने बन गए तेरे,तो फिर दुनिया से क्या मतलब
तेरी गलियों में आ बैठे,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़ के रखवाले,कन्हैया राधिका रानी
मेरे नैनों के हैं तारे,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़….

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ना जब तक श्याम अपनायें,किशोरी ना करे करूणा
पुकारे जायेंगें हर पल,कन्हैंया राधिका रानी
हमारे बृज़ के रखवाले,कन्हैया राधिका रानी
मेरे नैनों के हैं तारे,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़….

हैं सारे जग के रखवाले,कन्हैया राधिका रानी
मेरे नैनों के हैं तारे,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़ के रखवाले,कन्हैया राधिका रानी
मेरे नैनों के हैं तारे,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़….

चरण रज में ही रख लो तुम,कन्हैया राधिका रानी
तुम्हारा ही है ये जीवन,कन्हैया राधिका रानी
बिसारे हो क्यों पन अपना,कन्हैया राधिका रानी
अहम सब दिल से मिट जायें,कन्हैया राधिका रानी
तेरी गलियों में आ बैठे,कन्हैया राधिका रानी
पुकारे जायेंगें हर पल,कन्हैया राधिका रानी
मेरे नैनों के हैं तारे,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़ के रखवाले,कन्हैया राधिका रानी
मेरे नैनों के हैं तारे,कन्हैया राधिका रानी
हमारे बृज़….

गायन की विधि

  • भजन गाने से पहले श्री राधा-कृष्ण की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक और धूप जलाएँ।
  • ताजे पुष्प और तुलसीदल अर्पित करें।
  • मन को शांत करें और राधे-कृष्ण का ध्यान लगाएँ।
  • “हमारे बृज के रखवाले कन्हैया राधिका रानी” भजन को मधुर स्वर में गाएँ।
  • प्रत्येक पंक्ति में प्रेम, आस्था और कृतज्ञता का भाव रखें।
  • अंत में “राधे-राधे” बोलकर आरती करें और भगवान से आशीर्वाद माँगें।

लाभ

  • मन में भक्ति और प्रेम की गहराई बढ़ती है।
  • श्रीकृष्ण और राधारानी के प्रति आत्मीय जुड़ाव होता है।
  • नकारात्मकता, चिंता और दुख दूर होकर मन में शांति आती है।
  • भक्ति भाव से घर में सकारात्मक ऊर्जा और सौहार्द्र फैलता है।
  • राधे-कृष्ण की कृपा से जीवन में संतुलन, प्रेम और आनंद बना रहता है।

निष्कर्ष

“हमारे बृज के रखवाले कन्हैया राधिका रानी” भजन भक्त और भगवान के प्रेम का सुंदर संगम है। यह हमें सिखाता है कि सच्ची भक्ति वही है जिसमें प्रेम, समर्पण और विश्वास हो। जब हम इस भजन को भावपूर्वक गाते हैं, तो ऐसा लगता है मानो बृजधाम की हवा में राधे-कृष्ण का प्रेम बह रहा हो। यह भजन न केवल आत्मा को भक्ति से सराबोर करता है बल्कि जीवन को भी शांति और आनंद से भर देता है।

Shiv murti

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