कीर्तन है वीर बजरंग का | शक्ति, उत्साह और अटूट भक्ति का उत्सव

कीर्तन है वीर बजरंग का | शक्ति, उत्साह और अटूट भक्ति का उत्सव

“कीर्तन है वीर बजरंग का” यह पंक्ति उस ऊर्जा और भक्तिभाव को जागृत करती है जहाँ हनुमान जी की महिमा गाते ही वातावरण उत्साह से भर जाता है। हनुमान जी केवल शक्ति के प्रतीक नहीं, बल्कि सेवा, निष्ठा और साहस के भी स्वामी हैं। जब बजरंगबली का कीर्तन किया जाता है, तो मन के डर, दुःख और कमजोरी अपने आप दूर होने लगते हैं। यह कीर्तन भक्त को भीतर से मजबूत बनाता है और जीवन में सकारात्मकता का प्रकाश फैलाता है। वीर हनुमान के नाम में वह शक्ति है जो हर बाधा को अवसर में बदल सकती है।

rajeshswari

कीर्तन है वीर बजरंग का, नच नच कर इनको मना,
तभी तो बाबा आएंगे, राम गुण गायेंगे,
कीर्तन होगा आज…

पैरों में घुंघरू बांधे जब नाचे हनुमाना,
प्रभु राम को रिझाये ऐसा है जग ने माना,
उनपे दया की दृष्टि रखते है मेरे बाबा,
जो सच्चे दिल से धयावे पाते है सबसे ज्यादा,
है अति बलवाना सारे जग ने है माना अब तू भी ले ले नाम,
जब माने हनुमान नही होगा अनुमान ऐसा बनेगा तेरा काम,
तभी तो बाबा आयेंगें, राम गुण गाएँगे,
कीर्तन होगा आज…..

कहते है दुनिया वाले सीने में राम तेरे,
जपता रहा है “कमली” दर पे लगा के फेरे,
मंगल और शनि को तेरे दर पे जो भी आये,
जीवन के बिगड़े काम को इक पल में वो बनाये,
मैं तो आऊँ तेरे दर मुझे मिलता है वर ना छोड़ूँगा तेरा दर,
तुम आओ इस दर ये है अजर अमर इन्हें मिलके याद तो कर,
तभी तो बाबा आयेंगें,राम गुण गायेंगे,
कीर्तन होगा आज……

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कीर्तन की विधि

  1. समय: मंगलवार या शनिवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है।
  2. स्थान: घर के मंदिर, हॉल या किसी शांत स्थान में दीपक जलाएँ।
  3. सामग्री: लाल पुष्प, चमेली का तेल, दीपक, गुड़-चना।
  4. प्रारंभ: “जय बजरंगबली” के उद्घोष के साथ कीर्तन की शुरुआत करें।
  5. कीर्तन:
    इस पंक्ति को भाव से दोहराएँ —
    “कीर्तन है वीर बजरंग का, जय हनुमान, जय हनुमान।”
    चाहें तो ढोलक, मंजीरा, घंटी या ताली बजाकर कीर्तन करें।
  6. समापन: हनुमान चालीसा का पाठ करके सभी को प्रसाद वितरित करें।

हनुमान कीर्तन के लाभ

  • भय और नकारात्मकता दूर होती है।
  • मन में जोश, ऊर्जा और आत्मविश्वास बढ़ता है।
  • घर या स्थान का वातावरण सकारात्मक बनता है।
  • संकटों का नाश होता है और कार्य बनते हैं।
  • भक्ति और आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है।

निष्कर्ष

“कीर्तन है वीर बजरंग का” हमें यह याद दिलाता है कि हनुमान जी का नाम मात्र ही मन में असीम साहस भर देता है। जब हम कीर्तन में उनका गुणगान करते हैं, तो हर चिंता दूर हो जाती है और आत्मा में अद्भुत ऊर्जा का संचार होता है। उनके नाम की धुन जीवन को आशा, शक्ति और सुरक्षा से भर देती है। बजरंगबली का स्मरण हमेशा प्रेरणा और प्रकाश का मार्ग दिखाता है — क्योंकि जहाँ वीर हनुमान का कीर्तन होता है, वहाँ कल्याण ही कल्याण होता है।

Shiv murti

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