गुरुदेव हे हमारे विपदा मेरी मिटा जा

“गुरुदेव हे हमारे विपदा मेरी मिटा जा” एक गहरी प्रार्थना है, जो शिष्य के मन की सच्ची पुकार को दर्शाती है। जब जीवन में कठिनाइयाँ, भ्रम या दुःख हमें घेर लेते हैं, तब सच्चा भक्त अपने गुरुदेव को स्मरण करता है। यह भाव केवल सहायता की याचना नहीं, बल्कि उस अटूट विश्वास का प्रतीक है जो गुरु और शिष्य के बीच होता है।
गुरु वह शक्ति हैं जो अंधकार से प्रकाश की ओर, दुःख से सुख की ओर और भ्रम से सत्य की ओर हमें ले जाती है। यह प्रार्थना हृदय को विनम्र और आत्मा को जाग्रत करती है।

rajeshswari

सुनो दुःख हमारी,
गुरु दीनवत्सल,
भटकाता फिराता,
मेरा मन ये चंचल ।
षट् बैरी पीछे,
पड़े मेरे गुरुवर,
मिटा दो व्यथा को,
मचाया जो हलचल ।।

गुरुदेव हे हमारे,
विपदा मेरी मिटा जा ।
बनके तमारी आजा,
तम अंध को मिटा जा ।
मझधार में है नैया,
तुम पार भव करा जा ।।
गुरुदेव…

विषयों ने जब सताया,
माया ने भी नचाया ।
तब पद कमल में आया,
अपना मुझे बनाजा ।।
गुरुदेव…

दुनिया को मैंने देखा,
पाया है सिर्फ धोखा ।
खुले ज्ञान का झरोखा,
ऐसा दिया जलाजा ॥
गुरुदेव …

कर दो कृपा तनिक ही,
बनूँ भक्ति का रसिक ही ।
सत्मार्ग का पथिक ही,
हरि से लगन लगाजा ॥
गुरुदेव…

छाया हो कर कमल की,
मन-बुद्धि हो अमल की ।
सोचे न कान्त छल की,
फिर श्याम से मिलाजा ॥
गुरुदेव…

विधि

  1. दिन: गुरुवार या गुरु पूर्णिमा का दिन विशेष शुभ होता है।
  2. स्थान: अपने पूजा स्थल पर गुरुदेव की तस्वीर या प्रतीक रखें।
  3. दीपक जलाएँ: शुद्ध घी का दीप जलाकर गुरु का ध्यान करें।
  4. मंत्र जाप: “गुरुदेव हे हमारे विपदा मेरी मिटा जा” का जाप 11 या 21 बार श्रद्धा से करें।
  5. मनन करें: हर बार जाप करते हुए यह अनुभव करें कि आपकी सारी विपदाएँ गुरु की कृपा से दूर हो रही हैं।
  6. अंत में: गुरुदेव के चरणों में प्रणाम कर आभार व्यक्त करें।
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लाभ

  • मानसिक शांति और आत्मबल की वृद्धि होती है।
  • कठिन समय में साहस और विश्वास बना रहता है।
  • गुरु की कृपा से जीवन की बाधाएँ धीरे-धीरे दूर होती हैं।
  • मन, वचन और कर्म में शुद्धता आती है।
  • भक्ति और ज्ञान का संतुलन जीवन में स्थापित होता है।

निष्कर्ष

“गुरुदेव हे हमारे विपदा मेरी मिटा जा” केवल एक वाक्य नहीं, बल्कि एक जीवंत अनुभूति है, जिसमें शिष्य का सम्पूर्ण समर्पण झलकता है। जब हम सच्चे मन से अपने गुरु को पुकारते हैं, तो वे हमारी रक्षा करते हैं और सही मार्ग दिखाते हैं। इस भाव के साथ जब श्रद्धा जुड़ती है, तो हर विपदा स्वतः ही मिट जाती है।

Shiv murti

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