ॐ गण गणपतये नमः | सफलता, बुद्धि और शुभ आरंभ का महामंत्र
“ॐ गण गणपतये नमः” भगवान गणेश जी को समर्पित एक अत्यंत प्रभावशाली मंत्र है। यह मंत्र हर शुभ कार्य की शुरुआत में बोला जाता है क्योंकि गणपति जी को विघ्नहर्ता — अर्थात बाधाओं को दूर करने वाला — कहा गया है। जब भक्त सच्चे मन से इस मंत्र का जाप करता है, तो जीवन में आत्मविश्वास, एकाग्रता और शुभता का संचार होता है। यह मंत्र हर नए आरंभ को सफल बनाने की दिव्य शक्ति प्रदान करता है।
ॐ गण गणपतये नमः
श्री सिद्धिविनायक मोरया,
गणपति बप्पा मोरया,
मंगल मूर्ति मोरया….
तू ही धरती तू ही अंबर देवा,
प्यार का तुझमें समंदर भरा,
कदमों में थोड़ी सी देदे जगह,
नज़र ए क़रम हमपे करले ज़रा,
देवा हो देवा गणपति देवा,
रंगे हैं सभी रंग, तेरे रंग देवा,
देवा हो देवा गणपति देवा…..
हम सब पर तेरे बड़े एहसान हैं,
तुझसे ओ बप्पा ना कोई अंजान है,
भक्ति से तेरी
जो मिलता है वो शिष्ट है,
भक्तों को तेरे
ना छुटा अनिष्ट है,
किरपा है तेरी किस्मत ये मेरी,
संकट जो आए तू ही मेरी ढाल है,
देवा हो देवा गणपति देवा,
रंगे हैं सभी रंग, तेरे रंग देवा,
देवा हो देवा गणपति देवा…..
तू ही विघ्नहर्ता,
तू ही देव देवा,
तू मुक्तिदाय,
तू ही मृत्युंजय,
तु विश्वराज,
तू ही विश्वमुख,
तू गौरीसुता,
तू ही ईशानपुत्र…..
संकोच मन में ना कोई सवाल है,
अंधियारे जग में तू जलती मशाल है,
हो मूषक सवारी तेरी तू विशाल है,
कहलाता बप्पा तू बुद्धि विशाल है,
सामने तू आजा दर्श दिखाजा,
सुन भी ले ओ देवा हम सब की पुकार ये,
देवा हो देवा गणपति देवा,
रंगे हैं सभी रंग, तेरे रंग देवा,
देवा हो देवा गणपति देवा…..
जप विधि
- प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- श्री गणेश जी की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक और धूप जलाएँ।
- लाल फूल, दूर्वा और मोदक अर्पित करें।
- मन को शांत कर एकाग्र होकर “ॐ गण गणपतये नमः” मंत्र का जप करें।
- माला का प्रयोग करके 108 बार जप करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
- जप के अंत में गणपति जी से आशीर्वाद माँगें कि वे जीवन से सभी विघ्न दूर करें।
लाभ
- मानसिक शांति और एकाग्रता बढ़ती है।
- कार्यों में सफलता और शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।
- नकारात्मक ऊर्जा और भय दूर होते हैं।
- बुद्धि, विवेक और आत्मविश्वास का विकास होता है।
- घर और कार्यस्थल में सकारात्मकता और समृद्धि आती है।
निष्कर्ष
“ॐ गण गणपतये नमः” केवल एक मंत्र नहीं, बल्कि जीवन का मार्गदर्शन है। यह हमें याद दिलाता है कि हर आरंभ में ईश्वर की प्रार्थना से ही सफलता सुनिश्चित होती है। इस मंत्र के नियमित जाप से मन, शरीर और आत्मा में संतुलन आता है, और गणपति बप्पा की कृपा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।