साड़ी गली आवे श्यामा, अँखियां विच्छाइयाँ वे | प्रेम, भक्ति और विरह का मधुर भजन
“साड़ी गली आवे श्यामा, अँखियां विच्छाइयाँ वे” भजन भगवान श्रीकृष्ण के प्रति गहरे प्रेम और आत्मीयता की अभिव्यक्ति है। इस गीत में एक भक्त अपने प्रिय श्यामा के दर्शन के लिए तड़पता है और उनकी प्रतीक्षा में आँखें बिछा देता है। यह भजन प्रेम, विरह और भक्ति की त्रिवेणी है — जो मन को कोमल बना देती है और आत्मा को ईश्वरीय प्रेम से जोड़ती है। श्रीकृष्ण का नाम लेते ही मन में आनंद और शांति का भाव जागता है।
साडी गली आवे श्यामा,अँखियां विछाईंयां वे,
सईयां नहीं जांदियां ने,तेरीयां जुदाईयां वे
साडी गली….
हर पल हर घड़ी,तेरीयां उड़ीकां ने
तुईयों दस पाईंयां कानूं,लम्बीयां तरीकां ने
तेरे झूठे लारेयां ते,आंखियां भर आईयां ने
सईयां नहीं जांदियां ने,तेरीयां जुदाईयां वे
साडी गली….
याद तेरी दिल विचों,कड नहीं सकदी
प्रेम कित्ता दिलों तैंनूं,छड नहीं सकदी
कित्ता की कसूर केड़िया,कितीयां बुराईयां
वे
सईयां नहीं जांदियां ने,तेरियां जुदाईंयां वे
साडी गली….
अपने प्यारेयां नूं,ऐंना नहीं रुलाईदा
लाके गले नाल कदे,हँसा वी लैणां चाहिदा
आवेगा कदी ते आसा,दास ने लगाईयां ने
सईयां नहीं जांदीयां ने, तेरीयां जुदाईयां वे
साडी गली आवे श्यामा,अँखियां विछाईंयां वे
पाठ/गायन की विधि
- शांत वातावरण में सुबह या शाम के समय भजन गाना श्रेष्ठ माना जाता है।
- श्रीकृष्ण जी की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक और धूप जलाएँ।
- ताजे पुष्प अर्पित करें और मन में श्रीकृष्ण का स्मरण करें।
- “साड़ी गली आवे श्यामा” भजन को मधुर स्वर में, भावपूर्ण ढंग से गाएँ या सुनें।
- गायन के बाद कुछ क्षण ध्यान लगाकर श्रीकृष्ण जी से प्रेम और मार्गदर्शन की प्रार्थना करें।
लाभ
- मन में प्रेम, शांति और भक्ति का संचार होता है।
- नकारात्मकता, तनाव और बेचैनी से राहत मिलती है।
- भक्ति भाव गहराता है और श्रीकृष्ण के प्रति आत्मीयता बढ़ती है।
- मन और आत्मा दोनों को ईश्वरीय आनंद का अनुभव होता है।
- जीवन में संतुलन, प्रेम और सकारात्मक ऊर्जा आती है।
निष्कर्ष
“साड़ी गली आवे श्यामा, अँखियां विच्छाइयाँ वे” एक ऐसा भजन है जो हृदय को कोमल बना देता है और भक्त को अपने आराध्य श्रीकृष्ण से जोड़ देता है। यह भजन प्रेम, श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है। इसे गाने या सुनने से मन में भक्ति का सागर उमड़ता है और आत्मा को सच्ची शांति मिलती है। श्यामा का नाम जपते हुए हर भक्त उनके प्रेम में विलीन हो जाता है।