तमिलनाडु से पहुँचा सातवाँ आध्यात्मिक दल
डमरू वादन और पुष्पवर्षा से भव्य स्वागत

वाराणसी (जनवार्ता) । काशी तमिल संगमम 4.0 के अंतर्गत तमिलनाडु से सातवाँ दल विशेष ट्रेन से बनारस रेलवे स्टेशन पहुँचा। यह दल मुख्य रूप से आध्यात्मिक साधकों और श्रद्धालुओं का है। स्टेशन पर उतरते ही मेहमानों का पारंपरिक ढंग से डमरू वादन, पुष्पवर्षा तथा ‘हर-हर महादेव’ और ‘वणक्कम काशी’ के उद्घोष से भव्य स्वागत किया गया।

पारंपरिक स्वागत को देखकर तमिल दल के सदस्यों में उत्साह की लहर दौड़ गई। कई सदस्यों ने कहा कि काशी का आध्यात्मिक वातावरण और गर्मजोशी उनके लिए अविस्मरणीय रहेगा। डमरू की गूंज से पूरा स्टेशन परिसर शिवमय हो उठा, जिससे काशी और तमिलनाडु की सांस्कृतिक एकता की झलक स्पष्ट दिखाई दी।
दल के सदस्य रामानुज ने कहा, “यह आयोजन भारत की दो प्राचीन सभ्यताओं—काशी और तमिलनाडु—के सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक संबंधों का उत्सव है। सदियों से तीर्थयात्री, विद्वान और साधक दोनों क्षेत्रों के बीच ज्ञान, भाषा एवं परंपराओं का आदान-प्रदान करते रहे हैं। संगमम उसी ऐतिहासिक जुड़ाव को आधुनिक संदर्भ में पुनर्जीवित करता है।” उन्होंने आगे बताया कि वे काशी, प्रयागराज और अयोध्या भ्रमण को लेकर काफी उत्साहित हैं।
काशी तमिल संगमम 4.0 का आयोजन 2 से 15 दिसंबर तक हो रहा है, जिसमें तमिलनाडु से सात विभिन्न श्रेणियों के दल शामिल हो रहे हैं। यह कार्यक्रम ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत करता है।

