पनियारा में ड्रोन से कीटनाशक व पोषक तत्वों का छिड़काव
IIVR की पहल से आधुनिक खेती को बढ़ावा
वाराणसी (जनवार्ता) : भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान (IIVR), वाराणसी ने पनियारा गाँव में ड्रोन तकनीक के माध्यम से फसलों पर कीटनाशक और पोषक तत्वों का छिड़काव कर आधुनिक कृषि तकनीकों को बढ़ावा देने की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है। संस्थान के निदेशक डॉ. राजेश कुमार के मार्गदर्शन में यह पहल गाँव स्तर पर उन्नत खेती के प्रचार-प्रसार का हिस्सा है।
फसल उत्पादन विभाग के प्रधान वैज्ञानिक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. अनंत बहादुर ने बताया कि पारंपरिक तरीकों से एक एकड़ खेत में छिड़काव में कई घंटे लगते हैं, जबकि ड्रोन तकनीक से यह कार्य मिनटों में पूरा हो जाता है। इससे समय और श्रम की बचत के साथ-साथ कीटनाशकों और पोषक तत्वों का समान व सटीक वितरण संभव होता है। परिणामस्वरूप, फसलों पर रोग व कीट नियंत्रण अधिक प्रभावी होता है, जिससे उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार होता है। उन्होंने ड्रोन तकनीक को खेती में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला बताया, जो लागत घटाने और श्रम समस्याओं के समाधान में कारगर है।
प्रधान वैज्ञानिक डॉ. गोविन्द पाल ने कहा कि ड्रोन से छिड़काव में सूक्ष्म बूँदें पूरे खेत में एकसमान फैलती हैं, जिससे रोग और कीटों पर त्वरित नियंत्रण संभव होता है। उन्होंने इसे भविष्य की खेती के लिए अत्यंत उपयोगी तकनीक करार दिया।
यह पहल न केवल किसानों के लिए समय और संसाधनों की बचत करेगी, बल्कि टिकाऊ और लाभकारी खेती को बढ़ावा देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाएगी।