काशी में नाविक समाज की बैठक में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश
वाराणसी (जनवार्ता)। मां गंगा निषाद राज सेवा समिति उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में नमो राजघाट पर एक विशाल बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता मांझी समाज के वरिष्ठ नेता दुर्गा मांझी ने की।

बैठक में आगामी महापर्वों, नए वर्ष के स्वागत, प्रयागराज माघ मेला 2026 एवं अन्य बड़े धार्मिक आयोजनों के दौरान गंगा में बढ़ने वाली भारी भीड़ को देखते हुए नाविकों द्वारा यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गहन चर्चा हुई।
दुर्गा मांझी ने कहा, “हम नाविक समाज अपनी पुरानी परंपरा और धर्म के अनुसार यात्री की सुरक्षा को सर्वोच्च मानते हैं। आने वाले समय में लाखों श्रद्धालु गंगा में स्नान-ध्यान के लिए आएंगे और हमारी जिम्मेदारी है कि उनकी जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित हो।”
राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद कुमार निषाद (गुरु) ने काशी के 84 घाटों पर कार्यरत सभी नाविकों को सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा कि हर नाव पर लाइफ जैकेट, ट्यूब, रस्सी जैसे आवश्यक सुरक्षा उपकरण अनिवार्य रूप से रखे जाएंगे। किसी भी नाव पर ओवरलोडिंग बिल्कुल नहीं होगी। शराब पीकर नाव चलाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई यात्री गंगा में डूब रहा हो तो नाविक अपनी जान जोखिम में डालकर भी उसे बचाने का प्रयास करेगा, क्योंकि यह उनका धर्म और कर्तव्य है। साथ ही यात्रियों से मनमाना किराया वसूलने पर समिति द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने थाना जल पुलिस और एनडीआरएफ के जवानों का विशेष आभार जताया, जिन्होंने डूबते लोगों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बैठक में धोद साहनी, पप्पू साहनी, धीरज साहनी, सामर साहनी, नीरज साहनी, दिनेश साहनी, नरोत्तम साहनी, लोहे साहनी, सच्चेलाल साहनी, बबलू साहनी, राजा साहनी, रावेग साहनी, गनेगे साहनी, मुकेश साहनी, संतोष साहनी, आनंद साहनी, धीरुद्र साहनी, बसंत साहनी, सुभाष साहनी, दौलत साहनी, सोर साहनी, पवन साहनी, रोहित साहनी, प्रदीप साहनी, राजकुमार साहनी, अनिल साहनी, विशाद साहनी सहित दर्जनों नाविक नेता उपस्थित रहे।
निषाद समाज ने आश्वासन दिया है कि काशी की गंगा घाटों पर यात्रियों की सुरक्षा के मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी।

