तीन दिवसीय कार्यशाला में कचरे से बनी शिक्षण सामग्री
वाराणसी (जनवार्ता)। हरिश्चन्द्र पी.जी. कॉलेज, वाराणसी के बी.एड. विभाग और पीडीलाइट फेविक्रिल के संयुक्त तत्वाधान में “कचरे और रंगों से बने शिक्षण-अधिगम सामग्री” विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला 10 से 13 अक्टूबर 2025 तक सफलतापूर्वक आयोजित हुई। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में नवाचार, सृजनात्मकता, पर्यावरण संरक्षण और पाठ्यक्रम से संबंधित शिल्प-कला कौशल का विकास करना था।
कार्यशाला में प्रशिक्षक श्रीमती पूजा शर्मा ने प्रतिभागियों को कचरे जैसे मिट्टी के ग्लास, गत्ता, रंग और कागज से शिक्षण उपकरण और सजावटी सामान बनाने की तकनीकें सिखाईं। कॉलेज के प्राचार्य प्रो. रजनीश कुंवर ने कौशल विकास के महत्व पर जोर दिया, जबकि संयोजिका प्रो. अनीता सिंह ने कहा कि ऐसी गतिविधियां शिक्षक-प्रशिक्षुओं को रचनात्मक और व्यावहारिक रूप से सशक्त बनाती हैं।
विभाग के शिक्षक प्रो. अनुराधा राय, प्रो. कनकलता विश्वकर्मा, डॉ. दुर्गेश सिंह यादव, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. शेफाली पाल, डॉ. देवेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. अनिल कुमार और डॉ. प्रमोद कुमार ने सक्रिय मार्गदर्शन किया। अंत में, विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई सामग्री की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसकी सभी ने सराहना की।