बिजली निजीकरण के खिलाफ कल भिखारीपुर एमडी कार्यालय पर होगा बड़ा धरना
वाराणसी (जनवार्ता) । विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के बैनर तले बुधवार को बनारस सहित प्रदेश के सभी जिलों में बिजली के निजीकरण और इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2025 के खिलाफ बिजली कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया।


आंदोलन के 364वें दिन हुए इस प्रदर्शन में कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण की घोषणा को एक साल पूरा होने जा रहा है। इसके विरोध में कल 27 नवम्बर 2025 को दोपहर 1 बजे भिखारीपुर स्थित प्रबंध निदेशक कार्यालय पर हजारों अभियंता, अवर अभियंता, नियमित एवं संविदा कर्मचारी एकत्र होकर विशाल प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शन संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक इंजीनियर शैलेंद्र दुबे के नेतृत्व में होगा।
वक्ताओं ने बताया कि नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्प्लॉयीज़ एंड इंजीनियर्स (NCCOEEE) के देशव्यापी आह्वान पर 27 नवम्बर को पूरे देश में बिजली कर्मचारी एवं इंजीनियर सड़कों पर उतरेंगे और सभी राज्य राजधानियों, बड़े बिजली उत्पादन केंद्रों तथा प्रमुख शहरों में प्रदर्शन होंगे।
कर्मचारियों की मुख्य मांगें हैं कि पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल डिस्कॉम का निजीकरण तत्काल रोका जाए, इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2025 वापस लिया जाए, स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाना बंद किया जाए, मजदूर-विरोधी चारों श्रम संहिताएं रद्द की जाएं तथा किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी दी जाए।
संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने बताया कि NCCOEEE, संयुक्त किसान मोर्चा और देश की सभी प्रमुख ट्रेड यूनियनों ने मिलकर बिजली निजीकरण एवं संशोधन बिल के खिलाफ संयुक्त राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाने का फैसला किया है। इसकी विस्तृत रणनीति तय करने के लिए 14 दिसंबर को दिल्ली में बैठक बुलाई गई है।
आज के प्रदर्शन को इं. मायाशंकर तिवारी, ओपी सिंह, इं. एसके सिंह, अंकुर पाण्डेय, ज्योतिप्रकाश, सतीश बिंद, संदीप कुमार, राजेश सिंह, जयप्रकाश, योगेंद्र कुमार, धर्मेंद्र यादव, एसके सरोज, उदयभान दुबे, मनोज जैसवाल, मनोज यादव सहित कई पदाधिकारियों ने संबोधित किया।

