वाराणसी जनता दरबार विवाद: अजय राय ने कहा भाजपा नेताओं का फोटोशूट, जनता बाहर रही
वाराणसी(जनवार्ता)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वाराणसी दौरे के दौरान आयोजित *जनता दरबार* को लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने आरोप लगाया है कि यह दरबार जनता के लिए नहीं, बल्कि भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों के लिए आयोजित किया गया था।
अजय राय ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री का जनता दरबार वास्तव में *“फोटोशूट दरबार”* बनकर रह गया। उन्होंने आरोप लगाया कि असल जनता बाहर कतार में इंतजार करती रही, जबकि भाजपा पदाधिकारी कुर्ता-पजामा पहनकर अंदर कुर्सियां घेरकर बैठे रहे।
भाजपा नेताओं पर गंभीर आरोप
अजय राय ने विशेष रूप से भाजपा नेताओं के नाम गिनाए। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार के मंत्री अनिल राजभर के प्रतिनिधि संजय सिंह, दीनदयाल मंडल की पदाधिकारी अर्चना सेठ और चांदनी श्रीवास्तव समेत कई भाजपा कार्यकर्ता फरियादी बनकर दरबार के भीतर बैठे दिखाई दिए।
कांग्रेस नेता ने दो तस्वीरें भी साझा कीं।
एक तस्वीर में अनिल राजभर के प्रतिनिधि संजय सिंह फरियादियों की लाइन में बैठे नज़र आ रहे हैं। दूसरी तस्वीर में भाजपा की महिला पदाधिकारी अर्चना सेठ और चांदनी श्रीवास्तव अन्य फरियादियों के बीच बैठी दिख रही हैं।
जनता दरबार पर सवाल
अजय राय ने लिखा ,आज देख लिया, कितनी सुनवाई हो रही है भाजपा नेताओं की। योगी जी का जनता दरबार नहीं, फोटोशूट दरबार था। जनता सब देख रही है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि जब जनता दरबार का मकसद आम नागरिकों की समस्याओं का समाधान करना है, तो उसमें भाजपा के पदाधिकारियों का मंच पर बैठना जनता के विश्वास के साथ धोखा है।
विपक्ष का हमला
कांग्रेस ने इस बहाने भाजपा सरकार पर करारा हमला बोला है। अजय राय ने दावा किया कि योगी सरकार दिखावे और प्रचार की राजनीति कर रही है, जबकि जनता की असल समस्याएं महंगाई, बेरोजगारी और अपराध अनसुनी रह जाती हैं।