त्र्यंबकेश्वर मंदिर में मुस्लिम युवकों के जबरन घुसने पर हंगामा,करना चाहते थे ये काम;सरकार ने लिया एक्शन

त्र्यंबकेश्वर मंदिर में मुस्लिम युवकों के जबरन घुसने पर हंगामा,करना चाहते थे ये काम;सरकार ने लिया एक्शन
ख़बर को शेयर करे

नई दिल्ली। नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में 13 मई की शाम कुछ मुस्लिम युवकों ने मंदिर परिसर में घुसने की कोशिश की। युवकों ने मंदिर में हरी चादर चढ़ाने की कोशिश की। अब इस घटना को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने SIT जांच के आदेश दे दिए हैं।

देवेंद्र फडणवीस ने एसआईटी के गठन का आदेश दिया
राज्य के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कथित घटना पर प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक के अधिकारियों की अध्यक्षता में एक एसआईटी के गठन का आदेश भी दिया है। SIT न केवल इस साल की घटना की जांच करेगी,बल्कि पिछले साल की घटना की भी जांच करेगी,जब एक निश्चित भीड़ मुख्य प्रवेश द्वार के माध्यम से कथित तौर पर त्र्यंबकेश्वर मंदिर परिसर में प्रवेश कर गई थी।

मंदिर न्यास के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि त्र्यंबकेश्वर मंदिर के सुरक्षाकर्मियों ने शनिवार रात लोगों के एक समूह के मंदिर में प्रवेश करने के प्रयास को विफल कर दिया। मंदिर प्रबंधन के अनुसार,केवल हिंदुओं को मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति है। यह मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।

घटना के बाद मंदिर न्यास ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। फडणवीस के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) रैंक का एक अधिकारी एसआईटी का प्रमुख होगा। बयान में कहा गया,एसआईटी न केवल इस घटना की जांच करेगी,बल्कि इसी तरह की एक अन्य घटना की भी जांच करेगी जो पिछले साल उसी मंदिर में हुई थी।

इसे भी पढ़े   कर्नाटक में क्यों खत्म किया गया मुस्लिम आरक्षण? जानें बढ़ेगा ध्रुवीकरण या खिसकेगी BJP सरकार?

मंदिर ट्रस्ट ने क्या कहा?
त्र्यंबकेश्वर देवस्थान मंदिर ट्रस्ट ने पुलिस को लेटर लिख कर कहा है कि 13 मई को रात्रि में लगभग 09:41 बजे श्री त्र्यंबकेश्वर मंदिर के उत्तर महाद्वार स्थित स्थानीय संदल के लिए निकले जुलूस में कुछ अन्य धार्मिक व्यक्तियों ने उत्तर महाद्वार से श्री त्र्यंबकेश्वर मंदिर में प्रवेश करने का प्रयास किया,उस स्थान पर तैनात महाराष्ट्र के सुरक्षा गार्डों ने उक्त व्यक्तियों को रोक लिया।

दरअसल,श्री त्र्यंबकेश्वर मंदिर में संविधान के अनुसार हिंदू धर्म के व्यक्तियों को दर्शन का अधिकार दिया गया है। इस पत्र के माध्यम से हम आपके संज्ञान में लाना चाहते हैं कि उपरोक्त कारणों से सामाजिक समरसता को भंग करने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि,श्री त्र्यंबकेश्वर देवस्थान ट्रस्ट के मा. न्यासी मंडल के निर्देशानुसार आपसे अनुरोध है कि कृपया मामले की समुचित जांच कराकर संबंधित के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने की कृपा करें। साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो इसका भी ध्यान रखने का अनुरोध किया है।


ख़बर को शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *