हिना खान को ब्रेस्ट कैंसर, बचने के कितने चांस? कॉम्प्लिकेशंस से ट्रीटमेंट तक, क्या कहता है…

हिना खान को ब्रेस्ट कैंसर, बचने के कितने चांस? कॉम्प्लिकेशंस से ट्रीटमेंट तक, क्या कहता है…
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नई दिल्ली। ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ की ‘अक्षरा’ उर्फ हिना खान मुश्किल दौर से गुजर रही हैं। हाल में ही उन्होंने बताया कि उन्हें तीसरे स्टेज का ब्रेस्ट कैंसर है। सिर्फ 36 साल की उम्र में एक्ट्रेस को ये गंभीर बीमारी हो गई है। ‘जी न्यूज’ ने तीसरे स्टेज के ब्रेस्ट कैंसर को लेकर डॉक्टरों से संपर्क किया। जहां उन्होंने बताया कि आखिर ये बीमारी इस स्टेज पर कितनी खतरनाक हो जाती है और कैसे इससे रिकवर होने में मदद मिलती है। चलिए बताते हैं आखिर ब्रेस्ट कैंसर पर डॉक्टरों की राय क्या है।

शारदा अस्पताल के ऑन्कोलॉजी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर और सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर अनिल ठकवानी ने इस बारे में बातचीत की। उन्होंने ब्रेस्ट कैंसर के ट्रीटमेंट, सावधानी, खतरे और सर्वाइवल रेट के बारे में विस्तार से बताया।

हिना खान को ब्रेस्ट कैंसर, डॉक्टर ने क्या बताया
डॉक्टर के मुताबिक, तीसरे स्टेज का ब्रेस्ट कैंसर एडवांस स्टेज पर होता है। जहां कैंसर ब्रेस्ट पर ही नहीं, बल्कि आसपास के अंग तक भी फैलने लगता है। ऐसे में इस स्टेज पर काफी सतर्क और मोटिवेट रहने की जरूरत होती है।

ब्रेस्ट कैंसर: कॉम्प्लिकेशंस
डॉ. अनिल ठाकवानी ने बताया कि इस बीमारी में ब्रेस्ट के आसपास सूजन बढ़ सकती है। साथ ही इंफेक्शन का खतरा भी होता है। इतना ही नहीं, कैंसर और ट्रीटमेंट के दौरान मरीज को थकान भी रहने लगती है। ट्यूमर या सर्जरी या कीमोथेरेपी की वजह से पेशंट को दर्दका भी सामना करना पड़ता है।

इमोशनली टूट जाता है मरीज
कैंसर का नाम सुनते ही इंसान को बड़ा झटका लगता है। दिमाग में अजीब अजीब ख्याल आने लगते हैं। एंग्जाइटी के साथ साथ मरीज इमोशनली भी कमजोर हो सकता है। कैंसर जैसी घातक बीमारी न केवल शारीरिक रूप से बल्कि भावनात्क रूप से भी इंसान को कमजोर करती है।

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ब्रेस्ट कैंसर का इलाज
सर्जरी: इसमें अक्सर मास्टेक्टॉमी (ब्रेस्ट को हटाना) या लम्पेक्टॉमी (ट्यूमर को हटाना) करके मरीज का इलाज किया जाता है। ताकि कैंसर को शरीर से बिल्कुल अलग कर दिया जाए।

रेडिएशन थैरेपी- पोस्ट सर्जरी कैंसर के शेष सेल्स पर टारगेट किया जाता है।

कीमोथैरेपी- अक्सर सर्जरी से पहले कीमोथैरेपी देकर कैंसर सेल को खत्म करने या ट्यूमर को कमजोर करने के लिए ये ट्रीटमेंट दिया जाता है।

हार्मोन थैरेपी- हार्मोन रिसेप्टर-पॉजिटिव के जरिए कैंसर की ग्रोथ को ब्लॉक किया जाता है।

टार्गेटिड थैरेपी- कैंसर के सेल्स को स्पेशली टारगेट किया जाता है।

तीसरे स्टेज पर ब्रेस्ट कैंसर; कितना है सर्वाइवल रेट
सर्वाइवल रेट हर केस में अलग हो सकती है। आमतौर पर, स्टेज 3 ब्रेस्ट कैंसर के लिए 5 साल की जीवित रहने की दर औसतन लगभग 72% है। इसका मतलब यह है कि 100 में से लगभग 72 महिलाएं इलाज के पांच साल बाद भी जीवित रहती हैं। हालांकि मरीज को लेकर इस तरह की कोई सटीक भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है। कई केसेज में ब्रेस्ट कैंसर के बाद मरीज लंबा जी पाते हैं और कुछ में ऐसा नहीं हो पाता है। मरीज को समय पर इलाज मिलना, लगातार ट्रीटमेंट और सावधानी बरतने से भी बीमारी पर काबू पाया जा सकता है।


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