सुरक्षा कवच,एक लाख बालिकाओं को सरकार लगवाएगी एचपीवी वैक्सीन
लखनऊ। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग और किशोरियों के ह्यूमन पैपीलोमा वायरस (एचपीवी) टीकाकरण कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि किशोरी स्वास्थ्य के लिए सरकार काफी प्रयास कर रही है। इन प्रयासों को जमीन पर उतारने के लिए विशेष पहल करने की जरूरत है, ताकि एक स्वस्थ किशोरी स्वस्थ भारत का निर्माण कर देश को सशक्त कर सके।
आनंदी बेन का यह भाषण एक लाख बालिकाओं के लिए वरदान साबित हुआ है। सरकार ने तय किया है कि नौ से 14 साल की उम्र की एक लाख बालिकाओं के लिए एचपीवी वैक्सीन की दोनों डोज वह देगी। सरकार ने इसके लिए 50 करोड़ रुपए का बजट भी जारी किया है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस वैक्सीन को लगवाने की बात कही थी। बजट में इस टारगेट वैक्सिनेशन के लिए अब एक सप्ताह के अंदर 50 करोड़ रुपए का प्रावधान दे दिया है।
200 रुपए की वैक्सीन फ्री में मिलेगी
बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन की कीमत करीब 100 से 200 रुपए तक थी। अब उनको यह डोज फ्री में मिलेगी। दरअसल, इस पर काम चल रहा है आने वाले दिनों में वैक्सीन मार्केट में आने वाली है। इसका लाभ भारत को ही नहीं,बल्कि अन्य देशों को भी मिलेगा। उन्होंने यहां तक कहा था कि राजभवन के 15 से 20 लाख रुपए प्रति वर्ष के चिकित्सा बजट की धनराशि इस योजना पर खर्च की जाएगी।
पता लगाना मुश्किल होता है
ह्यूमन पेपिलोमा वायरस यानी एचपीवी बहुत ही खतरनाक होता है। यह वायरस बहुत तेजी से फैलता है और इस वायरस के शरीर में पहुंच जाने के बाद भी कुछ खास लक्षण दिखाई नहीं पड़ते हैं। इसके चलते इस वायरस से पीड़ित व्यक्ति को बीमारी का पता ही नहीं चल पाता है। शादी-शुदा करीब 80 फीसदी महिला और पुरुष को अपने जीवन में इस वायरस के संक्रमण का सामना करना पड़ता है।
शरीर के कई हिस्से पर मस्से बन जाते है
इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति के शरीर के कई हिस्से पर मस्से जैसे बन जाते हैं। इनको वॉर्ट्स भी कहा जाता है। यह कई तरह के होते है। इसमें जिनाइटल वॉर्ट्स, कॉमन वॉर्ट्स, प्लैंटर वॉर्ट्स यानी तलवे का मस्सा और फ्लैट वॉर्ट्स। वायरस से छह प्रकार का कैंसर हो सकता है। इसमें सर्वाइकल कैंसर से लेकर पेनिस, वजाइना, एनस और ओरोफेरिन्क्स के कैंसर का कारण बनता है।