खांसी से लंबे समय से हैं परेशान, तो इसे अवश्य पढ़ें
•“कोविड के बाद”बढ़ रही है खांसी की समस्या
•दवा के बावजूद समस्या कायम,बनी आम समस्या,बढ़ रहे मरीज
•प्रो एसके अग्रवाल ने बताया इलाज और बचाव का तरीका,कहा स्थिति चिंताजनक
वाराणसी(जनवार्ता)। कोविड के बाद से सांस के मरीज में खांसी बलगम तथा सीने का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। इन दिनों जिसे खांसी आ रही है महीना चल रही है। महिलाओं में स्थिति और खराब है, उन्हें खासते खांसते बॉथरूम तक जाना पड़ता है। सूखी खांसी की समस्या आम हो गई है। धुआं जिसमें मॉस्किटो कॉइल भी शामिल है, रसोई का धुआं नुकसान पहुंचा रहा है।कोई भी दवा या सिरप काम नहीं कर रही है।
इन्हीं सब को लेकर “जनवार्ता” ने पूर्वांचल के जाने-मैन चेस्ट रोग विशेषज्ञ तथा काशी हिंदू विश्वविद्यालय सर सुंदर लाल चिकित्सालय चेस्ट विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर एस.के. अग्रवाल से बात की। प्रोफेसर अग्रवाल का लंबा अनुभव है। उन्होंने कहा कि मैं महसूस कर रहा हूं कि कोविड के बाद जिसे खांसी हो रही है महीनो चल रही है। दवा भी कारगर नहीं है, ऐसे में हम लोग पुरानी चिकित्सा पद्धति में दी जाने वाली दवा एंटीओ नॉर्जिक ग्रुप की दवा तथा इनहेलर की सलाह दे रहे हैं।उससे कुछ रोगियों को लाभ हो रहा है, लेकिन यह ठीक होने वाली बीमारी नहीं है। कोविड के बाद सांस के मरीजों में खांसी तथा चेस्ट इन्फेक्शन,जकड़न की समस्या बढ़ रही है। कोविड ने ऐसे मरीजों में जैसे आग में घी डालने का काम किया है। यदि मरीज का एक्स रे हो रहा है तो निमोनिया जैसा नहीं है पर खांसी में राहत नहीं हो रही है। खांसी बनी रह रही है।
बुखार को हल्के में नहीं लें,ठंडी खट्टी चीजों से बचें-
प्रोफेसर एस.के. अग्रवाल ने सलाह दी कि बुखार को हल्के में ना लें।कंप्लीट रेस्ट करें तथा चिकित्सक की सलाह अवश्य लें। इस मौसम में खट्टी चीज तथा ठंडी चीज नुकसान कर रही हैं। उनसे परहेज करें।ऐसे मरीज जो हृदय या गुर्दा की बीमारी से ग्रसित नहीं है वह पानी या फ्लूइड इंटेक पदार्थ तीन लीटर तक ले सकते हैं,इससे आराम हो जाएगा।
गैस नहीं बनना चाहिए,मोटा अनाज खाएं –
मरीजों में गैस नहीं बनना चाहिए। पेट की समस्या श्वास और खांसी की समस्या से जुड़ जा रही है। प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि मोटे अनाज फायदेमंद साबित हो रहे हैं। गेहूं की रोटी नुकसान कर रही है। मक्का बाजरा की रोटी का सेवन करें, फिर भी गैस में आराम नहीं है , तो दूध का सेवन बंद कर दें।