88 की उम्र में एक्टर टीपी माधवन ने तोड़ा दम, 600 फिल्मों में किया काम,आखिरी वक्त…
नई दिल्ली। मलयालम फिल्म एक्टर टी। पी. माधवन का बुधवार को कोल्लम के अस्पताल में निधन हो गया। माधवन डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) का शिकार थे और सर्जरी के बाद अस्पताल में रिकवर भी कर रहे थे। लेकिन उनकी हालत अचानक बिगड़ी और उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। इस खबर से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है। हर कोई एक्टर को सोशल मीडिया पर नम आंखों से श्रद्धांजलि दे रहा है।
पत्रकारिता छोड़ बने एक्टर
88 वर्षीय माधवन ने 40 साल की उम्र में पत्रकारिता छोड़कर फिल्म उद्योग में कदम रखा था। उनकी पहली मूवी 1975 की फेमस मलयालम फिल्म ‘रागम’ थी। इसके बाद उन्होंने 600 से ज्यादा फिल्मों में काम किया, जिनमें ज्यादातर मलयालम थीं। माधवन एक बहुमुखी एक्टर थे, जिन्होंने कॉमेडी और गंभीर भूमिकाओं को बड़ी आसानी से निभाया।
2016 में उन्होंने अपनी आखिरी फिल्म की थी, इसके बाद उनकी सेहत बिगड़ने लगी और तब से वह कोल्लम जिले के एक वृद्धाश्रम गांधी भवन में रह रहे थे। अपने लंबे करियर में उन्होंने कई टीवी सीरियलों में भी काम किया। निजी लाइफ की बात करें तो उनका तलाक हो चुका था। उनके पीछे उनका एक बेटा है, जो मुंबई में फिल्म निर्देशक है।
सितारों ने किया याद
मशहूर निर्देशक कमल ने कहा कि माधवन अपनी शांत स्वभाव के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कहा- ‘मैं उन्हें दशकों पहले तब मिला था जब मैं असिस्टेंड डायरेक्टर था। वो एक जबरदस्त पाठक थे और कई विषयों पर गहरी जानकारी रखते थे। जबकि एक्टर जयराम ने कहा कि उन्होंने हाल ही में कवियूर पोनम्मा के अंतिम संस्कार में माधवन से मुलाकात की थी और वह तब अच्छे दिख रहे थे। वह शूटिंग के समय हमेशा जीवंत रहते थे। लोग उनके इर्द-गिर्द जमा होकर लंबी बातचीत करते थे। मेरे पास उनसे जुड़ी बहुत अच्छी यादें हैं, क्योंकि वह एक बेहतरीन इंसान थे।’ माधवन मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन (एएमएमए) के पहले महासचिव भी थे।