‘कालिया कुमारस्वामी बीजेपी से ज्यादा…’, सिद्धारमैया के मंत्री ने बयान से खड़ा किया बखेड़ा
नई दिल्ली। कर्नाटक के एक मंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमास्वामी को लेकर ऐसा नस्लीय बयान दिया, जिसे लेकर सूबे की राजनीति में विवाद खड़ा हो गया है। सिद्धारमैया सरकार में मंत्री बी जेड जमीर अहमद खान ने एचडी कुमारस्वामी को कालिया कह दिया, जिसके बाद सियासी पारा हाई हो गया है। जनता दल (सेक्युलर) ने कांग्रेस सरकार से इस नस्ली टिप्पणी के लिए जमीर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की। खान ने रविवार को रामनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि चन्नापटना से कांग्रेस के उम्मीदवार सी।पी। योगीश्वर के पास इससे पहले भाजपा में जाने के अलावा कोई चारा नहीं था।
मंत्री ने क्या दिया बयान?
मंत्री ने कहा, ‘हमारी पार्टी (कांग्रेस) में कुछ मतभेदों के कारण, उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। उनके पास भाजपा में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। वह जेडीएस में शामिल होने के लिए तैयार नहीं थे क्योंकि ‘कालिया कुमारस्वामी’ भाजपा से ज्यादा खतरनाक थे। अब वह (योगीश्वर) घर वापस (कांग्रेस में) आ गए हैं।’
चन्नापटना विधानसभा उपचुनाव में योगीश्वर का मुकाबला कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी से है, जो JDS के टिकट पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। जेडीएस ने जमीर के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, मंत्रियों एच। सी। महादेवप्पा, सतीश जारकिहोली, प्रियांक खरगे और केएच मुनियप्पा का रंग पूछा।
JDS ने बोला हमला
पार्टी ने कहा, ‘छोटी मानसिकता वाले शख्स को मंत्रिमंडल से तुरंत बर्खास्त किया जाए।’ केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजिजू ने भी खान के बयान की निंदा की। रीजीजू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘मैं केंद्रीय मंत्री और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री श्री कुमारस्वामी को ‘कालिया कुमारस्वामी’ कहने के लिए कांग्रेस के नेता खान की कड़ी निंदा करता हूं। यह एक नस्लवादी टिप्पणी है, ठीक वैसे ही जैसे राहुल गांधी के सलाहकार ने दक्षिण भारतीयों को अफ्रीकियों, पूर्वोत्तर वासियों को चीनी और उत्तर भारतीयों को अरबों जैसा बताया था।’