ओलपिंक में मेडल जीतने से चूके अर्जुन,चौथे नंबर पर रहे
पेरिस। पेरिस ओलंपिक 2024 में सोमवार (29 जुलाई) को भारत को शूटिंग में एक मेडल की उम्मीद थी, लेकिन अर्जुन बबूता चूक गए। वह मेंस 10 मीटर एयर राइफल में चौथे स्थान पर रहे। अर्जुन लगातार टॉप-3 में बने रहे, लेकिन आखिरी समय में उन्होंने अपनी लय गंवा दी। वह चौथे स्थान पर रहकर मेडल नहीं जीत पाए। शूटिंग में भारत को एक मेडल मिल चुका है। रविवार को महिला शूटर मनु भाकर ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। वह ओलंपिक में भारत के लिए मेडल जीतने वाली पहली महिला शूटर हैं।
फाइनल में किसे क्या मिला?
अर्जुन फाइनल में 208.4 अंक के साथ चौथे स्थान पर रहे। क्रोएशिया के मिरान मेरिसिच ने 230,0 पॉइंट्स के साथ ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। गोल्ड मेडल पर चीन के लिहाओ शेंग ने कब्जा किया। उन्होंने 252.2 पॉइंट्स हासिल किए। यह ओलंपिक रिकॉर्ड है। स्वीडन के विक्टर लिंडग्रेन को सिल्वर मेडल मिला। उन्होंने 251.4 अंक प्राप्त किए।
सातवें स्थान पर रहे थे अर्जुन
अर्जुन बाबूता क्वालीफाइंग राउंड में सातवें स्थान पर रहे थे। इस इवेंट में संदीप सिंह ने भी भाग लिया और अंत में 629.3 अंकों के साथ रैंकिंग में 12वें स्थान पर रहे। अर्जुन के कुल 630.1 अंक थे।
शूटिंग में भारत के मेडलिस्ट
भारत के लिए ओलंपिक में अब तक 5 खिलाड़ियों ने शूटिंग में मेडल जीता है। मनु भाकर से पहले 2012 लंदन ओलंपिक में विजय कुमार ने सिल्वर और गगन नारंग ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 2008 बीजिंग ओलंपिक में अभिनव बिंद्रा ने गोल्ड हासिल किया था। उनसे पहले 2002 एथेंस ओलंपिक में राज्यवर्धन सिंह राठौर ने ब्रॉन्ज अपने नाम किया था।
अर्जुन बबूता?
पंजाब के रहने वाले अर्जुन बाबूता ने कम उम्र से ही निशानेबाजी के प्रति गहरा लगाव दिखाया। भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में ट्रेनिंग लेकर उन्होंने नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर अपनी पहचान बनाई। साल 2016 से नेशनल टीम का हिस्सा रहे अर्जुन बाबूता ने नेशनल शूटिंग ट्रायल्स 2024 में 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में 253.7 का अविश्वसनीय स्कोर बनाया, जो विश्व रिकॉर्ड के बराबर था। यह रिकॉर्ड पहले ओलंपियन दिव्यांश सिंह पंवार के नाम था। इसके अलावा, एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप 2023 में अर्जुन ने 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में सिल्वर मेडल जीतकर भारत के लिए पेरिस 2024 ओलंपिक का कोटा हासिल किया।