एसटीएफ : नोट बदलने के नाम पर ठगी करने वाले सरगना समेत आधा दर्जन सदस्य गिरफ्तार
25.60 लाख रुपये नकद, नोट गिनने की मशीन, आठ मोबाइल फोन, एक टाटा सफारी गाड़ी, एक तमंचा (315 बोर) और तीन जिंदा कारतूस बरामद
लखनऊ (जनवार्ता) : उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने संगठित गिरोह बनाकर साइबर ठगी और नोट बदलने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया और 25,60,000 रुपये नकद सहित अन्य सामग्री बरामद की गई। गिरफ्तारी शुक्रवार को गाजियाबाद के गौर सिद्धार्थम सोसाइटी के फ्लैट नंबर डी-835 से की गई।
गिरफ्तार अभियुक्तों में शुभम राज उर्फ बाबा (छपरा, बिहार), प्रदीप कुमार (सिवान, बिहार), धीरज मिश्रा (पटना, बिहार), सोनू कुमार (सारण, बिहार), अमरजीत कुमार (सारण, बिहार) और अनुराग (बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश) शामिल हैं। बरामद सामग्री में 25,60,000 रुपये नकद, एक नोट गिनने की मशीन, आठ मोबाइल फोन, ठगी के लिए उपयोग की गई कागज की गड्डियां, एक टाटा सफारी गाड़ी, एक तमंचा (315 बोर) और तीन जिंदा कारतूस, साथ ही छह जाली आधार कार्ड शामिल हैं।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद में एक गिरोह सक्रिय है, जो लोगों को अधिक धन का लालच देकर नोट बदलने के नाम पर ठगी करता है। यह गैंग फर्जी आधार कार्ड का उपयोग कर विभिन्न सोसाइटी में फ्लैट किराए पर लेता था और ठगी के बाद फ्लैट खाली कर दूसरी जगह चला जाता था। गैंग का सरगना शुभम राज उर्फ बाबा ने बताया कि उसने 2022 में बिहार के नसीम सिद्दीकी से ठगी का तरीका सीखा और 2023 में दिल्ली आकर इस गिरोह का गठन किया।
गिरोह सोशल मीडिया और व्यक्तिगत संपर्कों के जरिए लोगों को लालच देता था कि उनके पास 100 और 200 के नोटों की बड़ी राशि है, जिसे 500 के नोटों में बदलना है। पीड़ितों को डेढ़ गुना राशि देने का झांसा देकर फ्लैट पर बुलाया जाता था, जहां एक विशेष तख्त का उपयोग कर नकली गड्डियां दिखाकर ठगी की जाती थी। इस गैंग ने बैंकों के फर्जी खातों का भी उपयोग किया, जिसमें बंधन बैंक और एचडीएफसी बैंक के कुछ कर्मचारी भी शामिल थे।
गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ थाना कविनगर, गाजियाबाद में मुकदमा संख्या 455/25 के तहत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। गैंग के अन्य फरार सदस्यों की तलाश और पीड़ितों से शिकायतें एकत्र करने की प्रक्रिया जारी है। एसटीएफ इस मामले में गहन जांच कर रही है। यह कार्रवाई एसटीएफ नोएडा के अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार मिश्र और पुलिस उपाधीक्षक नवेन्दु कुमार के नेतृत्व में की गई।