जयपुर : ईसाई संस्था “ग्रेस होम” में 15 मणिपुरी लड़कियों के साथ यौन शोषण
जयपुर (जनवार्ता): राजस्थान की राजधानी जयपुर में संचालित ईसाई संस्था “ग्रेस होम” से पुलिस ने 15 मणिपुरी लड़कियों को मुक्त कराया है, जिनके साथ लंबे समय तक यौन शोषण होने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इन लड़कियों की उम्र 7 से 15 वर्ष के बीच है। पुलिस ने संस्था के मालिक और पादरी जैकब जॉन को गिरफ्तार किया है, जिन पर इन नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण का गंभीर आरोप है।
मेडिकल जांच में खुलासा हुआ कि 15 में से 13 लड़कियों का कौमार्य भंग किया जा चुका है। इसके अलावा, 13 में से 9 लड़कियां ल्यूकोरिया नामक रोग से पीड़ित पाई गईं, जो आमतौर पर अत्यधिक यौन गतिविधि या सेक्स वर्कर्स में देखा जाता है। मेडिकल टीम में शामिल एक डॉक्टर ने बताया कि इन लड़कियों को अंधेरे कमरों में कैद रखा गया था, जिसके कारण उनमें विटामिन डी की गंभीर कमी हो गई। जब इन्हें बाहर निकाला गया, तब इनके हाथ-पैर कांप रहे थे। वर्तमान में इन लड़कियों को विटामिन डी की गोलियां दी जा रही हैं और इनकी स्वास्थ्य स्थिति की निगरानी की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, यह मामला तब सामने आया जब स्थानीय लोगों की शिकायत के आधार पर छापेमारी की गई। जांच में पता चला कि “ग्रेस होम” के नाम पर चल रही इस संस्था में मणिपुर से लाई गई इन नाबालिग लड़कियों को अमानवीय परिस्थितियों में रखा गया था। संस्था का मालिक जैकब जॉन, जो स्वयं को पादरी बताता है, इन लड़कियों का शारीरिक शोषण करने के साथ-साथ उन्हें डरा-धमकाकर चुप रहने के लिए मजबूर करता था।
पुलिस ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है और अन्य संभावित पीड़ितों की तलाश कर रही है। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि क्या इस संस्था में और भी लोग इस अपराध में शामिल थे। सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि पीड़ित लड़कियों को उचित पुनर्वास और मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान की जाए।
यह घटना न केवल जयपुर बल्कि पूरे देश में नाबालिगों की सुरक्षा और धार्मिक संस्थाओं की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है ।