पुलिस से झड़प,तोड़ी बैरिकेडिंग,बॉर्डर पर चक्का जाम…किसान बोले-बातचीत को तैयार मगर…
नोएडा। ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में वर्षों से लंबित विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को यहां के किसान दिल्ली कूच करने के लिए सीमा पर डटे हुए हैं। दिल्ली की ओर कूच करने की कोशिश में उनकी पुलिस के साथ झड़प हुई और दिल्ली से सटी सीमाओं पर भीषण जाम लग गया है। किसानों ने कहा है कि वह सरकार से बाचचीत करने के लिए तैयार हैं और अगर बातचीत फेल होती है तो वह दिल्ली कूच करेंगे।
इससे पहले दिल्ली कूच के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली और अन्य वाहनों पर आए किसानों ने अपने अपने संगठन के बैनर तले, नोएडा में महामाया फ्लाईओवर के पास जमा होकर नारेबाजी की। पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की और इस दौरान किसानों की उनके साथ झड़प हुई।
इस दौरान प्रदर्शनकारी किसानों ने बैरिकेड तोड़ दिए। पुलिस ने उन्हें नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल के गेट नंबर दो पर रोक दिया है और किसान वहीं बैठ कर अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगा रहे हैं।
दूसरी ओर, पुलिस ने बताया कि यातायात को दूसरे रास्तों की तरफ मोड़ दिया गया है, जिससे नोएडा से दिल्ली की तरफ जाने के लिए चिल्ला, कालिंदी कुंज, डीएनडी सीमा पर वाहनों की लंबी कतार देखी जा रही हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डॉ। रुपेश वर्मा ने दावा किया कि मोर्चा अबकी बार किसानों की मांगों को हर हाल में पूरी करवा कर वापस लौटेगा।
उन्होंने बताया कि किसान अधिगृहित जमीन के एवज में मिलने वाले सात प्रतिशत और पांच प्रतिशत भूखंड के बदले 10 प्रतिशत भूखंड आवंटन की मांग कर रहे हैं। उनकी मांगों में नए भूमि अधिग्रहण कानून के सभी लाभों को लागू करना भी शामिल है। उन्होंने कहा कि 10 फीसदी भूखंड आवंटन का मसला वर्षों से लंबित है।
दिल्ली पुलिस के पूर्वी रेंज के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सागर सिंह कलसी ने बताया कि किसानों के विरोध के कारण, हमने पूर्वी दिल्ली की सभी अहम और छोटी सीमाओं पर मजबूत व्यवस्था की है। कलसी ने कहा, ‘हमने बैरिकेडिंग की है, दंगा-रोधी उपकरण हैं। हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि आम लोग प्रभावित न हों, हम यातायात पुलिस के साथ कॉर्डिनेट करने के अलावा ड्रोन से निगरानी कर रहे हैं।’
इसके अलावा, संयुक्त पुलिस आयुक्त संजय कुमार ने कहा कि संसद सत्र के चलते राष्ट्रीय राजधानी में भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 लागू कर दी गई है। उन्होंने कहा, चाहे वह जिला सीमा हो, महामाया फ्लाईओवर हो, डीएनडी हो या कालिंदी। बिना इजाजत के भीड़ को एंट्री नहीं करने देने के लिए अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती की गई है। सीमाओं पर सीएपीएफ, स्थानीय पुलिस, बैरिकेडिंग की गई है। ड्रोन के जरिए भी निगरानी की जा रही है।’