67 लाख गबन के आरोप में पूर्व ग्राम विकास अधिकारी गिरफ्तार
ईओडब्ल्यू वाराणसी टीम की टीम को मिली सफलता
वाराणसी /बलिया (जनवार्ता)। बहुचर्चित बलिया खाद्यान्न घोटाले में लिप्त तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी राजेंद्र प्रसाद वर्मा को आर्थिक अपराध शाखा (EOW) वाराणसी की टीम ने शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को उसके निवास ग्राम पन्दह, बलिया से प्रातः 9 बजे गिरफ्तार किया गया।
राजेंद्र प्रसाद वर्मा पर आरोप है कि उसने वर्ष 2006 में ग्राम प्रधान और कोटेदारों की मिलीभगत से मस्टर रोल में फर्जी श्रमिकों के नाम, हस्ताक्षर और अंगूठों के निशान दर्ज कर शासकीय योजनाओं के तहत बड़ी धनराशि का गबन किया। अभियुक्त ने फर्जी वितरण दिखाते हुए नकद 34 लाख 70 हजार 381 रुपये तथा खाद्यान्न (चावल) के रूप में 32 लाख 43 हजार 600 रुपये का गबन किया, जिसकी कुल राशि 67 लाख 13 हजार 981 रुपये बैठती है।
इस मामले में थाना सिकंदरपुर, जनपद बलिया में वर्ष 2006 में धोखाधड़ी, शासकीय धन के गबन और फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। राजेंद्र प्रसाद वर्मा वर्ष 2019 में सेवानिवृत्त हो चुका है, लेकिन तब से वह फरार चल रहा था।
इस प्रकरण में फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु ईओडब्ल्यू वाराणसी के पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार के निर्देशन में एक विशेष टीम का गठन किया गया था। इस टीम का नेतृत्व निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा ने किया, जिसमें निरीक्षक अरविंद कुमार, मुख्य आरक्षी प्रिंस तिवारी, हेमंत सिंह और सरफराज अंसारी शामिल रहे।
टीम के सतत प्रयासों के फलस्वरूप लंबे समय से लंबित मामले में एक महत्वपूर्ण गिरफ्तारी संभव हो सकी है। प्रशासन का कहना है कि इस घोटाले में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है और सभी दोषियों को कानून के तहत कठोर दंड दिलाया जाएगा।