एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने की ओडिशा के शिव मंदिर परिसर की सफाई
नई दिल्ली। आगामी राष्ट्रपति चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की उम्मीदवार, द्रौपदी मुर्मू बुधवार सुबह ओडिशा के रायरंगपुर के एक मंदिर में पहुंचीं और पूजा-अर्चना करने से पहले मंदिर के फर्श पर झाडू लगाते हुए देखी गईं। मुर्मू ने ओडिशा के मयूरभंज जिले के रायरंगपुर में शिव मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए दर्शन किए। विशेष रूप से मुर्मू झारखंड के राज्यपाल के रूप में अपना कार्यकाल पूरा होने के बाद जुलाई 2021 से रायरंगपुर में अपने गांव में रह रही हैं।
18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया। यह कहते हुए कि उनका नाम राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के 20 नामों में से चुना गया था, नड्डा ने यह भी कहा कि आखिरकार भारत से पहली बार किसी को,विशेष रूप से एक आदिवासी और एक महिला को चुनने का निर्णय लिया गया।
दूसरी ओर,पीएम मोदी ने भी इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि द्रौपदी मुर्मू ने अपना जीवन समाज की सेवा करने और गरीब लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित कर दिया है। आगे उन पर विश्वास जताते हुए उन्होंने कहा कि उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है और उनका कार्यकाल उत्कृष्ट रहा है।
इस बीच,मुर्मू के नाम की घोषणा विपक्ष द्वारा 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा को अपने उम्मीदवार के रूप में करने के कुछ ही घंटों बाद की गई।
गौरतलब है कि मुर्मू जो ओडिशा के मयूरबंज जिले में पैदा हुईं थी, एक आदिवासी समुदाय से हैं। वह झारखंड में राज्यपाल के रूप में नियुक्त होने वाली ओडिशा की पहली आदिवासी महिला भी थीं। अब निर्वाचित होने पर देश को अपनी पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनेंगी। साथ ही, वह भारत की आजादी के बाद पैदा होने वाली पहली राष्ट्रपति बनेंगी।