जीएसटी,महंगा कोयला और नियमों का विरोध,एसोसिएशन का फैसला,2 अक्तूबर से बंद करेंगे ईंट-भट्ठा
कानपुर। केंद्र सरकार ईंट-भट्ठों और टाइल्स निर्माताओं की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। इसके विरोध में ईंट-भट्ठा संचालक दो अक्तूबर से उत्पादन बंद कर देंगे। पूरे 2022-23 सीजन में काम बंद रखा जाएगा। यह जानकारी प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता कर कानपुर ब्रिक क्लिन ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोपी श्रीवास्तव ने दी।
उन्होंने बताया कि लाल ईंटों पर बिना आईटीसी क्लेम के जीएसटी एक फीसदी से बढ़ाकर छह फीसदी कर दिया गया है। आईटीसी क्लेम करने पर जीएसटी दर पांच से बढ़ाकर 12 फीसदी कर दी गई है। ईंट-भट्ठा के लिए थ्रेस होल्ड लिमिट 40 लाख से घटाकर 20 लाख कर दी गई है।
मिट्टी खनन में पुलिस उत्पीड़न करती है। कोयला के दाम बढ़ गए हैं। इन सभी समस्याओं के संबंध में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजे गए लेकिन कुछ नहीं हुआ। इस दौरान घनश्याम दास छाबड़ा, विजय बदलानी, राकेश वर्मा, महेश उत्तम आदि थे।